साल की शुरुआत में शनि, राहु, केतु और गुरु चार ग्रह राशि बदलेंगे, नया साल मंगल का होने से चुनौतियों की रहेगी भरमार
चार ग्रहों का गोचर-व्यापार में तेजी भूकंप, तूफान राजनीतिक अस्थिरता का रहेगा दौर
मंगल चूंकि सेनापति हैं, इसलिए वह चुनौतियां भी लेकर आते हैं।
जयपुर। नए साल में चार बड़े ग्रह राशि बदलेंगे। इससे व्यापार में तेजी आएगी, ज्यादा बारिश होने की संभावना है। भूकंप, तूफान, बाढ़, भूस्खलन, पहाड़ टूटने और राजनीतिक अस्थिरता का दौर रहने की आशंका जताई गई है। साल की शुरुआत में शनि, राहु, केतु और गुरु चार ग्रहों का गोचर होगा। ऐसे में ये चारों ग्रह मिलकर सभी राशियों को प्रभावित करेंगे। वर्ष 2025 मंगल के प्रभाव का वर्ष है। सबसे पहले अगर अंक शास्त्र के नजरिए से देखें तो 2025 का जोड़ 9 बनता है, जो की ग्रहों के सेनापति मंगल के द्वारा शासित है। मंगल क्रिया और ऊर्जा का ग्रह है। मंगल चूंकि सेनापति हैं, इसलिए वह चुनौतियां भी लेकर आते हैं।
साल 2025 की शुरुआत में शनि अपनी स्वराशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि 29 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद मई में राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में पहुंचेंगे। 18 मई को राहु मीन राशि में और केतु सिंह राशि में गोचर करेंगे। इसी के साथ गुरु साल 2025 में वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। गुरु का गोचर 14 मई को मिथुन राशि में होगा।
ग्रह गोचर कैसे होंगे
शनि गोचर
शनि 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मीन राशि भावनात्मक और आध्यात्मिक गहराई की राशि है। शनि देव जब इस राशि में गोचर करेंगे तो अध्यात्म बढ़ेगा और रचनात्मक अभिव्यक्ति भी बढ़ेगी।
राहु गोचर
राहु 18 मई को कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, जो की आपके कर्मों के परिणाम को दर्शाती है। यह राशि बदलाव की राशि है। भविष्य से जुड़ी राशि है।
केतु गोचर
केतु 18 मई को सिंह राशि में गोचर करेगा, जो कि सूर्य की राशि है और नेतृत्व की राशि है। सिंह राशि में जब केतु प्रवेश करेगा तो लोगों का अहंकार, अभिमान बढ़ सकता है।
गुरु गोचर
गुरु का गोचर 14 मई को मिथुन राशि में होगा। जो बुद्ध की राशि है। संचार की राशि है, तीसरे भाव की राशि है तो लोग नई चीज सीखेंगे। गुरुओं की कद्र होगी और लोग अपने ज्ञान को दूसरों के साथ बाटेंगे।
अर्थव्यवस्था, प्रकृति पर क्या पड़ेगा प्रभाव
शासन-प्रशासन और राजनीतिक दलों में संघर्ष तेज होंगे। ज्योतिषाचार्य एवं कुण्डली विश्लेषक डॉ.अनीष व्यास ने बताया कि मंगल का साल होने से काफी कुछ बदलाव होने की संभावनाएं हैं। तूफान और जहाज-यान दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं। खदानों में दुर्घटना और भूकंप से जन-धन हानि होने की आशंका बन रही है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। आय में इजाफ होगा। राजनीति में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलेगा।
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