चावल और बाजरा मिलाकर बना रहे थे बेसन, चिकित्सा विभाग की टीम ने मारा छापा फैक्ट्री से 538 बोरियां की जब्त
16 हजार किलो मिलावटी बेसन पकड़ा
ओझा ने बताया कि बेसन पूरी तरह चने की दाल को पीसकर बनाया जाता है, लेकिन यहां लागत कम करने के लिए इसमें सस्ते किनकी चावल को मिलाया जा रहा था।
जयपुर। शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत त्यौहारी सीजन को देखते हुए चिकित्सा विभाग की खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमों ने ताबड़तोड़ कारवाई शुरू कर दी हंै। इसी कड़ी में सोमवार को जयपुर के बस्सी औद्योगिक क्षेत्र में बेसन बनाने की फैक्ट्री पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने छापा मारा। यहां बेसन बनाने में मिलावट करते पकड़ा। फैक्ट्री में 538 बोरियां बेसन की पकड़ी गईं। हर बोरी में 30 किलोग्राम बेसन रखा मिला। ऐसे में विभाग ने 16 हजार किलो मिलावटी बेसन को जब्त किया है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में टीम ने बस्सी इंडस्ट्रीयल एरिया में बेसन बनाने वाली कंपनी हेल्दी फूड के यहां छापा मारा। कंपनी बेसन बनाकर उसे बाजार में छोटी लाल लकड़ा ब्रांड के नाम से बेचती है। टीम ने जब फैक्ट्री का दौरा किया तो सामने आया कि बेसन बनाने के दौरान चने के साथ किनकी चावल और बाजरा मिक्स किया जा रहा था।
जांच के लिए सैंपल भेजे गए
ओझा ने बताया कि बेसन पूरी तरह चने की दाल को पीसकर बनाया जाता है, लेकिन यहां लागत कम करने के लिए इसमें सस्ते किनकी चावल को मिलाया जा रहा था। इस कंपनी का माल राजस्थान के कई जिलों में सप्लाई किया जाता है। हमारी टीम ने फैक्ट्री से 538 बोरियां बेसन की बरामद की है, जिसे प्रथम दृष्टिया मिलावटी माना है। बेसन की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल लैब भी भिजवाए गए हैं।
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