मरीजों को मेहमान समझें डॉक्टर, स्कूलों में स्वास्थ्य जागरूकता कोर्स चलाने का करेंगे प्रयास : भजनलाल
26 हजार पदों पर भर्ती पर काम चल रहा
26 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण, निरामय राजस्थान अभियान किया शुरू
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर चिकित्सा विभाग ने प्रदेश में चिकित्सा से जुड़े विकास कार्यों का आरआईसी सेंटर में राज्यस्तरीय कार्यक्रम के दौरान लोकार्पण किया। साथ ही प्रदेश को स्वस्थ्य बनाने को निरामय राजस्थान अभियान की शुरुआत करते हुए दस योजनाओं को भी प्रारंभ किया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों का ड्यूटी टाइम कई बार 24 घंटे का हो जाता हैं। उनकी इस पीड़ा को हम समझते है। कई बार मरीजों से उनकी कहासुनी भी हो जाती हैं। डॉक्टरों का व्यवहार बेहतर होता हैं, लेकिन और बेहतर बनाने के लिए मरीज अस्पताल आए तो उसे मेहमान की तरह बर्ताव करें। आधी बीमारी तो इससे ही ठीक हो जाती है। दिल्ली के प्रसिद्ध आईएलबीएस हॉस्पिटल के डॉक्टर शिव सरीन के बीमारी से पहले ही उसे रोकने के लिए स्कूल शिक्षा में स्वास्थ्य जागरूकता कोर्स शुरू करने का सुझाव दिया, जिस पर सीएम ने कहा कि वे इसका प्रयास करेंंगे कि स्कूल में बच्चे स्वास्थ्य के प्रति कोर्स पढ़कर जागरूक हों।
डॉ.सरीन ने लीवर की बीमारी से बचने, इसकी स्क्रीनिंग करने के बारे में बताया। सीएम ने कहा कि सरकार ने आमजन से जो वायदे किए हैं, वह समय पर पूरा होंगे। यहीं हमारी कार्यशैली है। राजस्थान ने 3,355 टीबी मुक्त पंचायतें घोषित कर पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। चिकित्सा क्षेत्र में 24 हजार से अधिक पदों पर भर्ती हो चुकी हैं। लगभग 26 हजार पदों पर भर्तियों के लिए विभाग में तेजी से काम चल रहा हैं।
बीमारी होने से पहले प्रिवेंटिव तरीके अपनाए : खींवसर
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि बीपी, शुगर, कैंसर जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय है। हमें बीमारियों को होने से पहले ही प्रिवेंटिव तरीके और लाइफ स्टाइल को अपनाना होगा। अस्पतालों में मरीजों के मुताबिक व्यवस्थाओं में सुधार करने और व्यवहार में नरमी बरतने की डॉक्टरों से अपील की। सरकार विभिन्न अभियानों, भर्तियों, नवाचारों एवं योजनाओं के माध्यम से चिकित्सा में अभूतपूर्व बदलाव ला रही हैं। कार्यक्रम में चिकित्सा विभाग की प्रिंसिपल सेक्रेटी गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार, यूनिसेफ की चीफ ऑफ फील्ड सर्विसेज सोलेडाड हैरेरो सहित विभाग के अफसर, जिलों के सीएमएचओ भी मौजूद रहे।
इन कामों-योजनाओं की शुरुआत की
प्रदेश में स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्कृष्ट ग्राम पंचायत को सीएम आयुष्मान आदर्श ग्राम पंचायत योजना, टाइप-वन डायबिटीज मरीज देखभाल के लिए एनएचएम के तहत अस्पतालों में मिशन मधुहारी क्लिनिक जिसकी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में जयपुर, नागौर, उदयपुर और जोधपुर के 12 जिला तथा उप जिला अस्पतालों से शुरुआत, गांवों में जांच, इलाज के लिए 24 मोबाइल मेडिकल यूनिट रामरथ को रवाना किया। 10 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को हरी झण्डी दिखाई। अस्पतालों मेंं 29 स्तनपान प्रबन्धन इकाइयों की शुरुआत, जंक फूड की जगह हैल्दी डाइट जागरूकता को ईट राइट राजस्थान अभियान तथा मिशन लीवर स्माइल, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की गई। आयुष पद्धति से उपचार के लिए पैकेज शुरू किया। एआई आधारित एकीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम, 50 चिकित्सा संस्थानों में हीमो डायलिसिस वार्ड, जयपुर के महिला अस्पताल में गर्ल्स हॉस्टल, विभिन्न शिक्षण संस्थानों में नवीन विभाग एवं अन्य सुविधाओं का लोकार्पण किया गया।
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