Crime : चोरों और नकबजनों की पौ-बारह लुटेरों और डकैतों का दंश हुआ कम

अपहरण के 100 में से 76 और दुष्कर्म के 100 में से 61 प्रतिशत मामले झूठे!

Crime : चोरों और नकबजनों की पौ-बारह लुटेरों और डकैतों का दंश हुआ कम

तीन साल में अपहरण और दुष्कर्म के मामले बढ़े हत्या और हत्या के प्रयासों में आई कमी

जयपुर। प्रदेश में वर्ष 2024 के अप्रेल माह में दुकानों, मकानों और कारखानों समेत अन्य जगहों पर चोरी करने वाले चोरों और नकबजनों की पौ-बारह हुई है। यदि पिछले दो वर्ष 2022 और 2023 के अप्रेल माह तक की बात की जाए तो दोनों ही वारदातों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है। इनके अलावा अपहरण और बालिक के साथ दुष्कर्म का ग्राफ भी बढ़ा है। लेकिन काला सच ये भी है कि दुष्कर्म के दर्ज औसतन सौ मामलों में से 76 मामले में झूठे पाए गए हैं। यदि तीन साल में अप्रेल माह तक हुए अपराधों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा कमी हत्या और हत्या के प्रयासों में आई है। वहीं अन्य आईपीसी की धाराओं में दज मामलों में भारी कमी दर्ज की गई है। 

डकैतों से बरामदगी
प्रदेश में पुलिस ने डकैती, लूट, चोरी और नकबजनी के आरोपी गिरफ्तार किए। यदि वर्ष 2023 और 2024 में इन अपराधों में बरामदगी की बात की जाए तो वह काफी कम रही है। वर्ष 2023 में डकैती में 10.54 प्रतिशत बरामदगी हुई थी, जो 2024 में जीरों रही। लुटेरों से वर्ष 2023 में 7357 और 2024 में 1.55 बरामदगी हुई। नकबजनी 2023 में 6.95 और 2024 में 2.83 प्रतिशत बरामदगी रही। चोरों से पुलिस ने 2023 में 9.19 और 2024 के अप्रेल माह तक 4.32 प्रतिशत माल की बरामदगी की। 

सबसे ज्यादा झूठ अपहरण और बालिग दुष्कर्म में
प्रदेश पुलिस ने हर बडे़ अपराध को गंभीरता से लिया और गहनता से जाचं की तो काला सच सामने आ गया। अपराधों में सबसे ज्यादा लोगोें को फंसाने के लिए अपहरण और दुष्कर्म के झूठे मामले दर्ज कराए गए। वर्ष 2024 तक अप्रैल माह तक के अपराधों की बात की जाए तो अपहरण के 76.47, दुष्कर्म (बालिग) 61.93 और बलवा के 43.33 मामले झूठे दर्ज हुए। इनके अलावा हत्या के 19, हत्या के प्रयास के 17, डकैती के 33, लूट के 32, नकबजनी के 7, चोरी के 36 और अन्य आईपीसी के 28 मामले झूठे पाए गए। 

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