विश्व की पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी का दावा करते हुए निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने रचा इतिहास
जयपुर से 286 किमी दूर बैठे डॉक्टर्स ने की दो मरीजों की कार्डियक सर्जरी
डॉ. ललित ने बताया कि 59 वर्षीय जगदीश प्रसाद और 56 वर्षीय पवन कुमार की सफल रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी की गई है।
जयपुर। राजधानी जयपुर के निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने दुनिया की पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी करने का दावा किया है। ये टेलीसर्जरी कार्डियक सर्जरी के प्रमुख डॉ. ललित आदित्य मलिक के नेतृत्व में की गई है। अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जिकल के माध्यम से डॉ. मलिक और उनकी टीम ने इस सर्जरी को अंजाम दिया है। चिकित्सकों ने 9 जनवरी को पहली सर्जरी के बाद 10 जनवरी को दूसरी सर्जरी भी की। दोनों ही ऑपरेशन पूर्ण रूप से सफल हुए व मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। डॉ. ललित ने बताया कि 59 वर्षीय जगदीश प्रसाद और 56 वर्षीय पवन कुमार की सफल रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी की गई है।
यूं की सर्जरी: मणिपाल हॉस्पिटल के डॉ. ललित ने बताया कि हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से ही यह ऑपरेशन सफल हो पाया है। यह ऑपरेशन करने से पहले पूर्वाभ्यास किया गया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऑपरेशन के दौरान किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आए। यह पूरा ऑपरेशन रोबोट के माध्यम से किया गया, लेकिन रोबोट को ऑपरेशन किया गया 286 किलोमीटर दूर से गुरुग्राम में बैठे डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने पूरी सर्जरी का मार्गदर्शन किया। डॉक्टर मलिक ने दावा किया कि इससे पूर्व गॉलब्लैडर और पैंक्रियाज से जुड़ी टेलीसर्जरी की जा चुकी है, लेकिन रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी विश्व में पहली बार हुई है। इसमें पहला ऑपरेशन इंटरनल मैमरी आर्टरी हार्वेस्टिंग और दूसरा ऑपरेशन ग्राउंडब्रेकिंग टोटली एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बायपास का हुआ है और दोनों ही सर्जरी हार्ट से जुड़ी हुई हैं, जो जटिल हैं। डॉ. ललित मलिक ने यह भी बताया कि क्योंकि यह ऑपरेशन हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से ही सफल हो पाया, लेकिन फिर भी यदि ऑपरेशन के दौरान इंटरनेट की स्पीड से जुड़ी कोई समस्या आती हम पूरी तरह से तैयार थे।
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