धोखाधड़ी मामले में फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट दम्पति को नहीं मिली जमानत, तीन कंबल और एक दरी के साथ फर्श पर बितानी पड़ रही रात
जेल में नहीं मिलेगी वीआईपी सुविधा
दो दिन तक लंबी बहस होने के बाद न्यायालय से फिल्म निर्माण के नाम पर करीब 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के चर्चित मामले में फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने माना कि दोनों आरोपी जमानत मिलने के बाद मामले में गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
उदयपुर। दो दिन तक लंबी बहस होने के बाद न्यायालय से फिल्म निर्माण के नाम पर करीब 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के चर्चित मामले में फिल्म निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेतांबरी को राहत नहीं मिली है। कोर्ट ने दोनों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने माना कि दोनों आरोपी जमानत मिलने के बाद मामले में गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं। इससे पहले स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर पेश की गई याचिका भी नामंजूर की जा चुकी है। जमानत का लाभ नहीं मिलने से भट्ट दंपति को फिलहाल जेल की चारदीवारी में ही रहना होगा।
सात दिन का रिमांड सामाप्त होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को 16 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया था, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए थे। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि मामले की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है, इसलिए दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जाए, वहीं बचाव पक्ष ने भट्ट दंपती का स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते अंतरिम जमानत याचिका दायर की, लेकिन कोर्ट ने अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद इसे खारिज कर दिया था।
जेल में नहीं मिलेगी वीआईपी सुविधा
विक्रम और उनकी पत्नी को उदयपुर केंद्रीय कारागार में आम कैदियों की तरह रखा जा रहा है। सर्दी से बचाव के लिए उन्हें तीन कंबल और एक दरी दी गई है। दोनों फर्श पर सो रहे हैं। भोजन के लिए भी उन्हें अन्य कैदियों के साथ लाइन में लगना पड़ रहा है।

Comment List