केसर क्यारी और शीश महल में पुन: शुरू हो सकते हैं फव्वारे
यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स की लिस्ट में शामिल आमेर महल को आईकोनिक डेस्टिनेशन बनाने के तहत कई कार्य करवाएं जाएंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मावठा और सागर का संरक्षण कार्य, महल के आसपास नालियों का नवीनीकरण और मरम्मत कार्य, केसर क्यारी, दिल ए आराम बाग और शीश महल के फव्वारों का पुन: संचालन एवं केसर क्यारी की नींव के मरम्मत से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं को आईकोनिक डेस्टिनेशन बनाने के तहत किए जाने वाले कार्यों में जोड़ा है।
जयपुर। यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स की लिस्ट में शामिल आमेर महल को आईकोनिक डेस्टिनेशन बनाने के तहत कई कार्य करवाएं जाएंगे। इसके लिए पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की ओर से खाका तैयार किया जा चुका है। विभाग के अधिकारियों ने इस योजना के लिए कई बिन्दुओं को इसमें जोड़ा है। ताकि यहां कराए जाने वाले कार्यों को पर्यटकों को भी कुछ नया देखने को मिल सके।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मावठा और सागर का संरक्षण कार्य, महल के आसपास नालियों का नवीनीकरण और मरम्मत कार्य, केसर क्यारी, दिल ए आराम बाग और शीश महल के फव्वारों का पुन: संचालन एवं केसर क्यारी की नींव के मरम्मत से जुड़े महत्वपूर्ण बिन्दुओं को आईकोनिक डेस्टिनेशन बनाने के तहत किए जाने वाले कार्यों में जोड़ा है। वहीं वाटर लिफ्टिंग सिस्टम (रहट) को भी अपग्रेड किया जाएगा। ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को भी जानकारी मिले कि सालों पहले पानी को मावठे से महल तक किस प्रकार लिफ्ट कर पहुंचाया जाता था।
टूरिस्ट गाइड फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने कहा कि गुलाबी नगरी आने वाले देसी और विदेशी पर्यटकों में सबसे पहले आमेर महल देखने की दिली इच्छा रहती है। ऐसे में आईकोनिक डेस्टिनेशन के तहत किए जाने वाले कार्यों से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। परंतु जब ये कार्य करवाए जाएं तो अधिकारी समय-समय पर इनके मेटिंनेंस पर भी ध्यान दें। तभी इन कार्यों की सार्थकता है।

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