पशुपालन विभाग में सुशासन दिवस का आयोजन : अधिकारी -कर्मचारियों ने ली सुशासन की शपथ, स्वर्गीय प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
पारदर्शिता और जवाबदेही की शपथ
प्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पशुपालन विभाग में आयोजित कार्यक्रम में स्वर्गीय प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई तथा पशुपालन, गोपालन और मत्स्य शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही की शपथ दिलाई।
जयपुर। प्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर गुरुवार को सुशासन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पशुपालन विभाग में आयोजित कार्यक्रम में स्वर्गीय प्रधानमंत्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई तथा पशुपालन, गोपालन और मत्स्य शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में पशुपालन और मत्स्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सुशासन की शपथ ली। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों ने संविधान के मूल्यों के अनुरूप ईमानदारी, निष्पक्षता और जनहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्य करने का संकल्प लिया। शपथ के माध्यम से भ्रष्टाचार के विरुद्ध शून्य सहनशीलता अपनाने, समयबद्ध एवं प्रभावी प्रशासन सुनिश्चित करने तथा सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने का संकल्प व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर शासन सचिव डॉ शर्मा ने कहा कि सुशासन केवल एक अवधारणा नहीं, बल्कि शासन की वह कार्य संस्कृति है जिसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और संवेदनशीलता के साथ आमजन तक योजनाओं को लाभ पहुंचाया जाता है। श्रद्धेय अटल जी का सुशासन मॉडल हम सभी के लिए पथप्रदर्शक है। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रखर वक्ता और दूरदर्शी नेता थे, जिनके नेतृत्व ने देश में सुशासन की अनुकरणीय मिसाल प्रस्तुत की। अगर हम सभी इस कार्य शैली को पूरी तरह अपनाकर कार्य करें तो नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान निकल सकता है और आमजन तक सरकार की हर सुविधा और योजना की पहुंच सुनिश्चित हो सकती है।

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