श्री गोविन्ददेव जी मंदिर में रचना झांकी के साथ होली उत्सव का हुआ श्रीगणेश, होली तक रोजाना होंगे ठाकुरजी की विभिन्न लीलाओं के दर्शन
सात से नौ मार्च तक होलिकोत्सव का आयोजन
भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा के भजनों पर राधा-कृष्ण, गोपी-ग्वाल के स्वरूप दोपहर एक से शाम साढ़े चार बजे तक पुष्प फाग खेलेंगे।
जयपुर। गोविंददेव जी मंदिर में होली उत्सव का शुभारंभ हुआ। महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुरजी के दरबार में रचना झांकी के साथ इसका श्रीगणेश हुआ। दोपहर साढ़े बारह से पौने एक बजे तक विशेष रचना झांकी के दर्शन हुए। प्रथम दिन प्रथम पूज्य गणेश जी, रिद्धी-सिद्धी तथा अन्य मांगलिक चिन्ह बनाए गए। रचना झांकी में 25 तरह की प्राकृतिक गुलाल का उपयोग किया गया। नव निर्वाचित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, नव निर्वाचित शहर अध्यक्ष अमित गोयल, पूर्व सांसद नारायण पंचारिया ने ठाकुर जी के दर्शन किए। मंदिर सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने ठाकुर जी की छवि भेंट की। हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य भी मौजूद रहे। अब होली तक नित्य प्रति रंग-बिरंगी गुलाल से ठाकुर जी की विभिन्न लीलाओं के दर्शन कराए जाएंगे। ठाकुर जी की लीलाओं के साथ पर्व पर विशेष रचना झांकी भी सजाई जाएगी।
छह दिनों में डेढ़ सौ से अधिक कलाकार फाल्गुनी प्रस्तुतियां देंगे। सात से नौ मार्च तक होलिकोत्सव का आयोजन होगा। मंदिर के सत्संग भवन में 10-11 मार्च को पुष्प फागोत्सव मनाया जाएगा। भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा के भजनों पर राधा-कृष्ण, गोपी-ग्वाल के स्वरूप दोपहर एक से शाम साढ़े चार बजे तक पुष्प फाग खेलेंगे। रचना झांकी का समय दोपहर 3 से 4.30 बजे तक रहेगा। इसमें प्रोफेशनल कलाकारों के साथ घरानों की बहू-बेटियां भी भाग लेती हैं। मयूर नृत्य और लठमार होली इस आयोजन का मुख्य आकर्षण होता है। होली पद का विशेष कार्यक्रम 12 मार्च को होगा।
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