पूनिया-राठौड़ ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर बॉडी के इंजीनियर और करौली के दंगे में घायल से की मुलाकात

बीजेपी के दोनों नेताओं ने अलग-अलग टाइम पर की मुलाकात

पूनिया-राठौड़ ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर बॉडी के इंजीनियर और करौली के दंगे में घायल से की मुलाकात

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के साथ एसएमएस अस्पताल साथ क्यों नहीं पहुंचे राठौड़?

जयपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को दौरे से लौटते हैं सवाई मानसिंह अस्पताल जाकर बॉडी में बुरी तरह पीटा इंजीनियर से मुलाकात की और उनकी स्वास्थ्य की जानकारी वहां मौजूद डाक्टरों से ली इसके साथ ही उन्होंने इंजीनियर से पूरी घटना की जानकारी भी ली है इसके अलावा करौली के दंगों में घायल हुए हैं व्यक्ति से भी सवाई मानसिंह अस्पताल में ही मुलाकात की पूनिया ने यहां भी डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही उनकी स्थिति के बारे में पूछा।

 

Read More राजस्थान फुटबाल टीम हैदराबाद रवाना

वहीं राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचकर बाड़ी से कांग्रेस विधायक की बर्बरता व गुंडागर्दी के शिकार हुए AEN हर्षादिपति वाल्मिकि एवं करौली हिंसा में घायल हुए अमित की कुशलक्षेम पूछी और डॉक्टरों से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।  राठौड़ ने यहां कहा कि यह तस्वीरें कांग्रेस शासन के जंगलराज को स्वतः ही बयां कर रही है। आज राजस्थान में IPC की जगह गहलोत पैनल कोड (GPC) का शासन है और राज्य में अपराधों के वर्गीकरण के लिए अलग से स्वयं का गहलोत पैनल कोड लागू है। राठौड़ ने कहा कि यक्ष प्रश्न यह है कि किसी की गिरफ्तारी के लिए कितनी चोटें होना जरूरी है, गहलोत पैनल कोड के अंदर इसकी विस्तृत व्याख्या की जाएं तो बेहतर होगा।

 

Read More राजस्थान फुटबाल टीम हैदराबाद रवाना

लेकिन मुलाकत की तस्वीर देखने के बाद सवाल खड़े होते है कि एक ही दिन बीजेपी नेताओं को अलग-अलग अस्पताल पहुंचने की क्या वजह रही। राजेंद्र राठौड़ के सतीश पुनिया के साथ ना जाकर अलग एसएमएस अस्पताल पहुंचना कई सियासी सवाल खड़े करता है।

Read More राइजिंग राजस्थान ग्लोबल एक्सपो में लगी रेलवे की प्रदर्शनी

Post Comment

Comment List

Latest News

आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत, जमानत शर्तों में दी ढील आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत, जमानत शर्तों में दी ढील
शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया कि उन्हें नियमित रूप से निचली अदालत में उपस्थित होना चाहिए।
राज्य में कमजोर होती कानून-व्यवस्था का नमूना है दलित युवक की हत्या, प्रकरण में अविलम्ब कार्रवाई करे सरकार : गहलोत
चुनाव के समय नियुक्ति वाले पदाधिकारियों को फील्ड में उतारेगी कांग्रेस
पुलिस हिरासत से 2 आरोपियों के भागने का मामला : एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरे की तलाश जारी
लोकसभा में रेल संशोधन विधेयक पारित, अश्विनी वैष्णव बोले, अधिकारियों को ज्यादा शक्ति देने लिए बनाया कानून
फिनग्रोथ को-ऑपरेटिव बैंक की 27वीं शाखा का शुभारम्भ
समस्या: नलों में कब आएगा पानी ? इसकी कोई गारंटी नहीं