यात्री भार कम होने से बढ़ रहा मेट्रो का नुकसान
मेट्रो को 181 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है
मेट्रो का कम यात्रीभार के चलते लगातार नुकसान बढ़ रहा है। पिछले पांच साल में सरकार ने मेट्रो को चलाने पर जितनी राशि खर्च की, उसका 30 फीसदी भी रेवेन्यू नहीं मिला।
जयपुर। मेट्रो का कम यात्रीभार के चलते लगातार नुकसान बढ़ रहा है। पिछले पांच साल में सरकार ने मेट्रो को चलाने पर जितनी राशि खर्च की, उसका 30 फीसदी भी रेवेन्यू नहीं मिला। पिछले पांच साल के राजस्व की बात की जाए, तो मेट्रो को 181 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जयपुर में 3, जून 2015 को मानसरोवर से चांदपोल तक मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू किया था।
वर्तमान में मेट्रो ट्रेन मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक संचालित हो रही है। शुरूआती दिनों में यात्रीभार ठीक था, लेकिन धीरे-धीरे यात्रीभार में भारी गिरावट आने लगी। इससे मेट्रो के मेंटीनेंस, रखरखाव और संचालन पर करीब 257.62 करोड़ रुपए का खर्चा किया। इस दौरान 76.09 करोड़ रुपए का ही राजस्व मिला।

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