बदल सकता है अल्बर्ट हॉल म्यूजियम का नाम, जयराम रमेश ने दिये संकेत
जाने इस हॉल का इतिहास
ताजा मामला राजनीतिक उथल पुथल का सेंटर बन चुके राजस्थान की राजधानी जयपुर से जुड़ा है। जहां अल्बर्ट हॉल म्यूजियम मौजूद है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने इस ऐतिहासिक म्यूजियम का नाम बदलने के संकेत दिए है।
इन दिनों जब भी जगहों के नाम बदलने का जिक्र आता है तो सत्ताधारी बीजेपी की तस्वीर सामने उभरती है। लेकिन अब इस सिलसिले में कांग्रेस भी शामिल हो गई है। ताजा मामला राजनीतिक उथल पुथल का सेंटर बन चुके राजस्थान की राजधानी जयपुर से जुड़ा है। जहां अल्बर्ट हॉल म्यूजियम मौजूद है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने इस ऐतिहासिक म्यूजियम का नाम बदलने के संकेत दिए है।
क्या कहा जयराम रमेश ने
भारत जोड़ो यात्रा जब लालसोट में थी तो वहां मीडिया से बातचीत करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि अल्बर्ट हॉल म्यूजियम पर यात्रा के 100 दिन पूरे होने के मौके पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। जिसमें राहुल गांधी भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि इस म्यूजियम का नाम बदल दिया जाए। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि अल्बर्ट क्वीन विक्टोरिया के पति थे और 2022 में यह नाम होना ठीक नहीं है। जयराम ने आगे कहा कि इस बारें में उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी बात की है।
अल्बर्ट हॉल का इतिहास
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय जयपुर स्थित उद्यान रामनिवास बाग़ में निर्मित किया गया है। इस संग्रहालय में यूरोपीय, चीन, बेबीलोनियन, ग्रीक और मिश्र सभ्यताओं को चित्रण देखने को मिलता है।
महाराजा रामसिंह ने अकाल राहत कार्यो के बीच रामनिवास बाग़ का निर्माण 4 लाख रूपए में करवाया था। महाराजा ने ही 1876 में ब्रिटेन के महाराजा एडवर्ड सप्तम प्रिन्स ऑफ़ वैल्स के रूप में भारत आने के समय पर स्मृति के रूप में अल्बर्ट हॉल का निर्माण प्रारम्भ किया गया। इस संग्रहालय का नाम भी किंग एडवर्ड ने ही किंग अल्बर्ट एडवर्ड चतुर्थ के नाम पर दिया था।
भवन की वास्तुनियोजन सर स्विंटन जैकब द्वारा की गयी। भारतीय व फ़ारसी शैली में बनी इस भव्य इमारत में इस समय संग्रहालय संचालित किया जा रहा है। वास्तुकार कर्नल एस. जैकब ने दुनिया के संग्रहालयों की जानकारी लेकर इस हॉल का निर्माण करवाया था।
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