जेकेके को राष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा, जहां न सिर्फ राज्य बल्कि देशभर के कलाकार अपनी पारंपरिक कलाओं को प्रदर्शित कर सकें : दिया कुमारी
भावी पीढ़ी को इन कलाओं की शिक्षा दे
अलंकार दीर्घा में प्रवेश के बाद उन्होंने मां सरस्वती को नमन कर दीप प्रज्ज्वलित किया और स्वयं भी एक चित्र बनाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
जयपुर। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने रविवार को जवाहर कला केंद्र में आयोजित रंगरीत कला महोत्सव के समापन समारोह में पारंपरिक चित्रकला की सराहना करते हुए इसे राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान बताया। उन्होंने कहा कि जेकेके को ऐसा राष्ट्रीय केंद्र बनाया जाएगा, जहां न सिर्फ राज्य बल्कि देशभर के कलाकार अपनी पारंपरिक कलाओं को प्रदर्शित कर सकें और भावी पीढ़ी को इन कलाओं की शिक्षा दे सकें।
उपमुख्यमंत्री ने चित्रों का अवलोकन करते हुए कलाकारों की सराहना की और कहा कि इस तरह के आयोजन पारम्परिक कलाओं के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दिया कुमारी ने कहा कि महोत्सव में युवा कलाकारों ने कला गुरुओं से पारंपरिक चित्रकला के गुर सीखे, यह अत्यंत सराहनीय है। जेकेके जैसे केंद्र कला को संजोने और आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। सरकार ऐसे आयोजनों को निरंतर प्रोत्साहित करेगी। महोत्सव के दौरान एडीजी अलका मीणा और संयोजक रामू रामदेव ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत किया। अलंकार दीर्घा में प्रवेश के बाद उन्होंने मां सरस्वती को नमन कर दीप प्रज्ज्वलित किया और स्वयं भी एक चित्र बनाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

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