जनगणना के नए आंकड़ों से अधिक लोगों को मिलेगा योजनाओं का लाभ : सोनिया गांधी ने जनता की मांग को संसद में उठाया, गहलोत ने कहा- 4 साल बाद भी नही कराई जा रही जनगणना
खाद्य सुरक्षा योजना की प्लानिंग ठीक से नहीं हो पा रही
देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना तय समय पर नहीं हुई है। जनगणना ना होने के कारण सरकारी योजनाओं खासकर खाद्य सुरक्षा योजना की प्लानिंग ठीक से नहीं हो पा रही है।
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार के समय पर जनगणना नहीं कराने पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार से जल्दी ही जनगणना कराने की मांग की है। गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी ने भारत की करोड़ों गरीब जनता की मांग को संसद में उठाया है। यह समझ के परे है कि 2021 में प्रस्तावित जनगणना को का बहाना देकर स्थगित किया गया एवं चार साल बीत जाने के बाद भी जनगणना नहीं करवाई जा रही है।
देश की आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना तय समय पर नहीं हुई है। जनगणना ना होने के कारण सरकारी योजनाओं खासकर खाद्य सुरक्षा योजना की प्लानिंग ठीक से नहीं हो पा रही है। 14 साल पुराने आंकड़ों से बनाई गई योजनाओं के कारण एक बड़ा वर्ग लाभान्वित नहीं हो पा रहा है। उदाहरण के लिए 2011 में 14 साल का बच्चा अब 28 साल का युवा हो चुका है, लेकिन जनगणना नहीं होने के कारण खाद्य सुरक्षा का लाभ नहीं मिल पाएगा। केन्द्र सरकार को जल्द से जल्द जनगणना शुरू करवानी चाहिए, जिससे नए आंकड़ों से अधिक से अधिक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
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