प्रदेश में सड़क विकास का नया अध्याय : रिकॉर्ड निर्माण, बढ़ी कनेक्टिविटी और तेज रफ्तार विकास
गांव-ढाणियों की कनेक्टिविटी मजबूत
राजस्थान में सड़क अवसंरचना विकास अभूतपूर्व गति पकड़ रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1,539 बसावटों को सड़कों से जोड़ने पर सहमति बनी है, जबकि 1,348 बसावटों के प्रस्ताव केंद्र को भेजे जा चुके हैं और जल्द स्वीकृति की संभावना है। प्रदेश की 1,85,858 किमी सड़कों में से 58,000 किमी गारंटी अवधि में हैं, जिनमें से 6,318 किमी पर पेच रिपेयर कार्य पूरा हो चुका है।
जयपुर। राजस्थान में सड़क अवसंरचना विकास अभूतपूर्व गति पकड़ रहा है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY-IV) के तहत 1,539 बसावटों को सड़कों से जोड़ने पर सहमति बनी है, जबकि 1,348 बसावटों के प्रस्ताव केंद्र को भेजे जा चुके हैं और जल्द स्वीकृति की संभावना है। प्रदेश की 1,85,858 किमी सड़कों में से 58,000 किमी गारंटी अवधि (DLP) में हैं, जिनमें से 6,318 किमी पर पेच रिपेयर कार्य पूरा हो चुका है। वहीं नॉन-DLP सड़कों में 30,977 किमी के पेच रिपेयर पूरे कर 30 नवंबर तक सभी सड़कों को दुरुस्त करने के लक्ष्य की दिशा में तेजी से काम हुआ है। राज्य सरकार के 1 वर्ष 11 माह के कार्यकाल में सड़क विकास पर रिकॉर्ड 27,238 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इस अवधि में 39,891 किमी सड़कों का निर्माण हुआ, जो राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा वार्षिक विस्तार है। ग्रामीण क्षेत्रों में 17,026 किमी सड़कें बनीं जिससे गांव-ढाणियों की कनेक्टिविटी मजबूत हुई।
राष्ट्रीय राजमार्गों पर 529 किमी निर्माण में 3,148 करोड़ रुपए खर्च हुए, वहीं राज्य राजमार्ग व मुख्य जिला सड़कों पर 6,652 किमी का विकास पूरा किया गया। राज्य में सड़क-रेल क्रॉसिंग की समस्या खत्म करने के लिए 14 नए RUB और 10 ROB पूरे किए गए, जबकि 33 ROB और 27 पुलों का निर्माण तेज गति से प्रगति पर है। फास्टैग सेवा सभी 165 टोल प्लाजा पर 100% लागू करने से यातायात सुगम हुआ है। CRIF के तहत 14,153 करोड़ की स्वीकृति के साथ 1,008 कार्य पूरे हो चुके हैं। आधुनिक तकनीक, निगरानी और सतत निवेश के चलते राजस्थान सड़क अवसंरचना में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो चुका है।

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