एयरपोर्ट के 15 किमी दायरे में ‘परिधि घुसपैठ जांच प्रणाली’ होगी लागू क्यूआरटी कर्मियों के लिए एयरसाइड पर शौर्य बैरक 20 से शुरू
संभावित खतरों पर जल्दी और प्रभावी ढंग से कार्रवाही कर सकें
सीआईएसएफ के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने पिछले साल शौर्य बैरक का उद्घाटन किया था, जो 20 जनवरी तक चालू हो जाएगा।
जयपुर। जयपुर एयरपोर्ट अथोरिटी जल्द ही परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली शुरू करेगा। इसका दायरा एयरपोर्ट से 15 किमी परिधि होगा। इस नई परिधि घुसपैठ पहचान प्रणाली का उद्देश्य 15 कि.मी. एयरपोर्ट की परिधि से सुरक्षा उल्लंघन को रोकना है। यह प्रणाली उन्नत फाइबर-ऑप्टिक सेंसर, लेजर दीवारें, एक ग्राउंड.आधारित रडार, वीडियो निगरानी और एनालिटिक्स का उपयोग करती है। पीआईडीएस के पास कोई भी हलचल होने पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर तुरंत एक अलर्ट पहुंचता है। पीआईडीएस संभावित घुसपैठिए को हल्का कम वोल्टेज वाला बिजली का झटका (गैर-घातक) भी देगा। पीआईडीएस का प्राथमिक उद्देश्य घुसपैठियों और घुसपैठ को चित्रित करना और त्वरित प्रभाव से सुरक्षा कर्मियों को इस सम्बन्ध में अलर्ट करना है, ताकि वे संभावित खतरों पर जल्दी और प्रभावी ढंग से कार्रवाही कर सकें। अलर्ट पाते ही नियंत्रण कक्ष तुरंत हरकत में आ जाएगा और घुसपैठ वाले स्थान के सटीक निर्देशांक प्राप्त करेगा। इस स्थान को फोटो और वीडियो कैमरा से आसानी से देखा जा सकेगा। नयी प्रणाली एयरपोर्ट पर रियल टाइम सर्विलेंस की बढ़ाएगा तथा इसे और स्वचालित करेगा। पीआईडीएस को एयरपोर्ट की 15 कि.मी. की परिधि पर लगाया जाएगा। इसके साथ ही लगभग 450 उच्च-स्तरीय कैमरे और कई सेंसर भी लगाए जाएंगे।
एयरसाइड पर शौर्य बैरक
एयरपोर्ट पर क्यूआरटी सुरक्षा कर्मियों के लिए नए बैरक बनाए गए हैं। शौर्य बैरक विशेष रूप से उन सुरक्षा कर्मियों की जरूरतों के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो एयरपोर्ट परिसर के अंदर तैनात किए जाएंगे। इसके तहत जरूरत पड़ने पर एयरपोर्ट पर किसी भी आपात स्थिति में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जा सकेगा। बैरक को 25 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को समायोजित करने के लिए डिजाइन किया गया है। सीआईएसएफ के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने पिछले साल शौर्य बैरक का उद्घाटन किया था, जो 20 जनवरी तक चालू हो जाएगा।
सीआईएसएफ कैंप में नए महिला बैरक
सीआईएसएफ कैंप में 42 नए महिला बैरक का निर्माण किया गया। इसके लिए वर्तमान महिल हॉस्टल के ऊपर दो नई मंजिलों बनाई गई। इससे जयपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ कर्मियों की महिला विंग की तैनाती को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
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