शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022, फर्जी डिग्री जारी करने वाले चांसलर रजिस्ट्रार और दलाल गिरफ्तार
अजय भारद्वाज ब्रह्मपुरी हाल लालरपुरा गांधीपथ वेस्ट का रहने वाला है
गिरफ्तार आरोपित सुकेश कुमार, नन्दन मिश्रा शिकोहाबाद फिरोजाबाद उत्तरप्रदेश और अजय भारद्वाज ब्रह्मपुरी हाल लालरपुरा गांधीपथ वेस्ट का रहने वाला है
जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन गु्रप (एसओजी) ने शनिवार को शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जी तरीके से बैक डेट में डिग्री जारी करने वाले जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद उत्तरप्रदेश के चांसलर, रजिस्ट्रार व दलाल को गिरफ्तार किया है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी ने बताया कि एसओजी द्वारा कार्यवाही करते हुए पूर्व के दर्ज प्रकरण संख्या 13/2024 में वांछित 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपित सुकेश कुमार, नन्दन मिश्रा शिकोहाबाद फिरोजाबाद उत्तरप्रदेश और अजय भारद्वाज ब्रह्मपुरी हाल लालरपुरा गांधीपथ वेस्ट का रहने वाला है। एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 में अनेक अभ्यर्थियों ने अनेक विश्वविद्यालयों से दलालों के मार्फत फर्जी तरीके से बैक डेट में डिग्रियां हासिल कर लीं।
इस तरह उनके चयनित होने के सम्बन्ध एक परिवाद मिला। इस परिवाद की जांच की गई। जांच में पूर्व में ओपीजेएस विश्वविद्यालय के चांसलर/संचालक व पूर्व रजिस्ट्रार सहित 13 जने गिरफ्तार किए गए। एसओजी ने अब इस मामले में जेएस विश्वविद्यालय शिकोहबाद के चांसलर हाल राजकीय कॉलेज आगरा के प्रिंसिपल सुकेश कुमार, जेएस विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार नन्दन मिश्रा दलाल अजय भारद्वाज व अन्य के मार्फत यूनिवर्सिटी की बीपीएड कोर्स की फर्जी तरीके से बैक डेट में डिग्रियां जारी कीं। अभियुक्तअजय भारद्वाज ओपीजेएस विश्वविद्यालय से भी हजारों छात्रों को विभिन्न कोर्सेज की फर्जी तरीके से बैक डेट में डिग्रियां दिलवा चुका है एवं पेपर माफिया भूपेन्द्र सारण के घर से फर्जी डिग्रियां जब्त होने के मामले में भी अजय भारद्वाज करणी विहार थाने में गिरफ्तार हो चुका है। गिरफ्तार दलाल अजय भारद्वाज अपने साथियों के साथ मिलकर एकलव्य ट्राईबल यूनिवर्सिटी (पूर्व सुधासागर विश्वविद्यालय), डूंगरपुर व अनन्त इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, मेघालय स्थापित करने जा रहा है।
पूर्व की भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक माफियाओं ने अयोग्य अभ्यर्थियों के लिए निजी विश्वविद्यालयों से रुपए देकर बड़ी संख्या में बैक डेट में डिग्रियां उपलब्ध करवाई थीं एवं अनुचित तरीके से नौकरियां दिलाने में सहयोग किया था। रुपए लेकर फजी डिग्री देने के मामले में जेएस विश्वविद्यालय पेपर लीक गैंग के सदस्यों के बीच में कुख्यात था। शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 की 5390 अभ्यर्थियों की विचारित सूची में से 254 अभ्यर्थियों ने फार्म भरते समय स्वयं को जेएस का छात्र होना बताया। जिसमें से 108 अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन के समय विश्वविद्यालय का नाम, रोल नम्बर, भर्ती परीक्षा में मिसमैच पाया गया। जिनमें से 29 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने आवेदन के समय जेएस से भिन्न विश्वविद्यालय का उल्लेख किया था। जेएस के चयनित अभ्यर्थियों में से 107 अभ्यर्थियों ने वर्ष 2022 में स्वयं को उतीर्ण होना बताया जबकि उक्त विश्वविद्यालय को शिक्षा सत्र के लिए 100 सीटों की ही मान्यता थी जो व्यवहारिक रूप से सम्भव नहीं है एवं उक्त सभी 107 अभ्यर्थी राजस्थान राज्य के ही निवासी हैं। वर्ष 2022 में उत्तीर्ण समस्त अभ्यर्थी राजस्थान राज्य के होना और समस्त अभ्यर्थी शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 की चयन सूची में शामिल होना डिग्रियों के फर्जीवाड़े को बताता है।
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