सरकार बनने के बाद से ही दुविधा में किरोड़ी मीणा, नहीं सुनी उनकी बात : पायलट
किरोड़ी ने हमेशा अपनी बात रखी
पायलट ने विधायक मुकेश भाकर के निलंबन का स्वागत करते हुए कहा कि अब भाकर सदन की कार्रवाई में शामिल हो सकेंगे।
जयपुर। कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट ने विधानसभा में मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के बहाने भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। विधानसभा के बाहर पायलट ने कहा कि जब से सरकार बनी है, तब से किरोड़ीलाल दुविधा में हैं। पहले उन्होंने जो मेहनत की, उसके अनुसार उन्हें मंत्रालय नहीं दिया। बाद में उन्होंने इस्तीफा दिया, तो इस्तीफे पर कोई फैसला नहीं लिया। एसआई भर्ती परीक्षा मामला हो गया। ईआरसीपी मुद्दा हो, किरोड़ी ने हमेशा अपनी बात रखी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। पायलट ने विधायक मुकेश भाकर के निलंबन का स्वागत करते हुए कहा कि अब भाकर सदन की कार्रवाई में शामिल हो सकेंगे।
राज्यपाल अभिभाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार के लिखे हुए अभिभाषण को राज्यपाल पढ़कर सुनाते हैं। प्रदेश में जो हालात बने हैं, कानून व्यवस्था, जिलों को समाप्त करने, स्कूलों की समीक्षा करने जैसे मुद्दों पर सरकार को जवाब देना पड़ेगा। जनता से जुड़े मुद्दों को हम सदन में उठाएंगे। पहली बार बने विधायकों को भी सदन में बोलने का मौका दिया जाना चाहिए। सरकार ने अपने किए वादों को पूरा नहीं किया। कांग्रेस शासन में जो विकास हुआ, उसकी तुलना में इस सरकार ने कोई काम नहीं किया। भजनलाल सरकार ने बिना मापदंड के मनमानी से जिले और संभाग समाप्त किए। इस बदलाव को जनता स्वीकार नहीं करेगी। केन्द्र सरकार के आने वाले बजट पर कहा कि प्रदेश सरकार को केन्द्र में आवाज उठानी होगी। पिछले बजट में राजस्थान का नाम तक नहीं लिया गया। भजनलाल सरकार को केन्द्र से ईआरसीपी और रिफाइनरी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग करनी चाहिए।
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