प्रताप चंद माली बने जूलॉजी विभाग के हेड, पदभार किया ग्रहण
औषधीय पौधे विषय पर कार्यशाला
भारत सरकार के सहयोग से एलएसमें राजस्थान के औषधीय पौधे पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय ने जूलॉजी विभाग के सीनियर प्रोफेसर प्रताप चंद माली को जूलॉजी विभाग का हेड नियुक्त किया है। इसे लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने आदेश जारी किए हैं। प्रोफेसर प्रताप चंद माली ने पदभार ग्रहण कर लिया है। माली को विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर सीमा श्रीवास्तव का कार्यकाल पूरा होने के बाद पदवार ग्रहण करने से आगामी 3 साल तक जूलॉजी विभाग का हेड बनाया है। माली ने कहा कि जूलॉजी में न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत होने वाले बदलावों को जल्द से जल्द अपनाकर और विद्यार्थियों को रोजगारों नुमुखी शिक्षा प्रदान करने का काम करेंगे।
औषधीय पौधे विषय पर कार्यशाला
राजस्थान विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग ने क्षेत्रीय सह सुविधा केंद्र पश्चिमी क्षेत्र (आरसीएफसी-डब्ल्यूआर), राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से एलएसमें राजस्थान के औषधीय पौधे पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
- रामास्वामी हॉल, प्राणीशास्त्र विभाग।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रोफेसर पीसीने किया। माली, विभागाध्यक्ष और प्रोफेसर सीमा श्रीवास्तव, पूर्व विभागाध्यक्ष, दोनों ने गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। कार्यशाला में प्रतिष्ठित वक्ता उपस्थित थे, जिनमें प्रो. दिगंबर मोकाटे, क्षेत्रीय निदेशक, आरसीएफसी-डब्ल्यूआर, पुणे; डॉ. रूपराज भारद्वाज, वरिष्ठ सलाहकार, आयुर्वेद, राजस्थान विश्वविद्यालय; डॉ. प्रमोद एन. कांबले, पर्यावरण विज्ञान विभाग, पृथ्वी विज्ञान विद्यालय, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय; प्रोफेसर रेखा विजयवर्गीय, वनस्पति विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय; और प्रोफेसर सुमिता कच्छवाहा, वनस्पति विज्ञान विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय शामिल रहे।
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