Rajasthan Assembly Elections History: विधानसभा चुनाव 1957
इस चुनाव में कांग्रेस ने 67.61 प्रतिशत वोट शेयर के साथ ही 176 में से 119 सीटों पर जीत हासिल की। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने एक, अखिल भारतीय रामराज्य परिषद ने 17, भारतीय जनसंघ ने 6, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने एक और 32 निर्दलीय चुनाव जीते। कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर मोहन लाल सुखाड़िया को मुख्यमंत्री बनाया।
एक नवम्बर 1956 को राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत अजमेर राज्य, बॉम्बे राज्य के बनासकांठा जिले के आबू रोड, तालुका, मंदसौर जिले के सुनेल एन्क्लेव और पंजाब के हिसार जिले की लौहारा उप-तहसील का विलय कर दिया गया। राजस्थान के कोटा जिले का सिरोंज उपखण्ड मध्य प्रदेश में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप 1957 के विधानसभा चुनावों में विधानसभा क्षेत्र 160 सीटों वाले 140 से बढ़कर 176 सीटों वाले 136 हो गए। इस चुनाव में कांग्रेस ने 67.61 प्रतिशत वोट शेयर के साथ ही 176 में से 119 सीटों पर जीत हासिल की। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने एक, अखिल भारतीय रामराज्य परिषद ने 17, भारतीय जनसंघ ने 6, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने एक और 32 निर्दलीय चुनाव जीते। कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर मोहन लाल सुखाड़िया को मुख्यमंत्री बनाया।
पहली बार चुनाव जीते
कांग्रेस नेता शीशराम ओला खेतड़ी से, पिलानी से सुमित्रा सिंह, फतेहपुर से अब्दुल गफ्फार खान, हवामहल से राम किशोर, किशनपोल से चन्द्रकला, आमेर से सहदेव चुनाव जीते। भारतीय जनसंघ के उम्मीदवार सतीश जौहरी बाजार से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। महुआ से टीकाराम पालीवाल, घाटोल से हरिदेव जोशी, सांगवाड़ा से भीखा भाई भील, आसपुर से भोगीलाल पांड्या और उदयपुर से मोहन लाल सुखाड़िया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते।

Comment List