रीट पेपर घोटाला: तीन साल से फरार 25 हजार की इनामी महिला गिरफ्तार
अभ्यर्थी को पास कराने की एवज में 8 लाख रुपए वसूले
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पुलिस से बेचने के लिए एक वीक में अपना ठिकाना बदलती थी। साथ ही मोबाइल भी बदल देती थी।
बालोतरा। रीट पेपर मामले में फरार महिला आरोपी को जोधपुर रेंज की साइक्लॉनर टीम ने खेड़ापा गांव से गिरफ्तार किया है। 2021 से महिला फरार चल रही थी। बीते दो माह से टीम से बचने के लिए बालोतरा, बाड़मेर, सांचौर, फतेहपुर में लुकाछिपी के बाद उसे गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि बालोतरा थाने में साल-2021 में रीट प्रतियोगी परीक्षा में डमी अभ्यार्थी बिठाने का भंडा फोड़ते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उस समय आरोपी किरण 25 पुत्री चैनाराम पत्नी झूंझाराम निवासी केकड़, सेड़वा जिला बाड़मेर और पीहर भुणिया पुलिस थना धनाऊ फरार चल रही थी। रीट पेपर को 8 लाख रुपए धांधली का सौदा हुआ था।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि रीट मामले में फर्जी अभ्यार्थी बिठाकर गलत लोगों को फायदा दिलाने का प्रयास हुआ था। उस समय पुलिस नेटवर्क को नष्ट कर दिया था। बड़े आरोपी बहुत समय से फरार चल रहे थे। तीन साल से आरोपी किरण फरार थी। 25 हजार रुपए का इनाम था। अभी साइक्लोर टीम की दबिश पड़ी थी तब यह भागकर सीकर पहुंच गई थी। वहां से फिर अपने दोस्त के ठिकाने खेडापा में छुपने के लिहाज से आई थी।
जिस पर लगातार पीछा करते हुए साइक्लोर टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी। रीट परीक्षा देकर फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने की कोशिश की गई।
गैंग का चंगुल में फंस गई
महिला गैंग के चक्कर फंस गई, जिसके चलते पति से अलगाव होने के साथ घर भी छूट गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पुलिस से बेचने के लिए एक वीक में अपना ठिकाना बदलती थी। साथ ही मोबाइल भी बदल देती थी।
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