जहां मन किया वहीं स्टॉप : कुचले जा रहे ट्रैफिक रूल, सर्विस-लेन को खा गई वाहनों की अवैध पार्किंग
प्रशासन ने सख्ती नहीं की तो बड़े हादसों को रोकना मुश्किल
राजधानी में प्रमुख मार्गों पर बने बस स्टॉप के पास सर्विस लाइन में बनी अवैध वाहन पार्किंग से ना सिर्फ सड़क पर अतिक्रमण के हालात पैदा हो रहे हैं, जगह नहीं होने के कारण सड़क के बीचोबीच सवारी गाड़ियों को रोक कर सवारियां बैठाने और अचानक से वाहन रोकने के कारण पीछे से एक के बाद एक वाहन के टकराने के मामले बढ़ रहे हैं।
जयपुर। राजधानी में प्रमुख मार्गों पर बने बस स्टॉप के पास सर्विस लाइन में बनी अवैध वाहन पार्किंग से ना सिर्फ सड़क पर अतिक्रमण के हालात पैदा हो रहे हैं, जगह नहीं होने के कारण सड़क के बीचोबीच सवारी गाड़ियों को रोक कर सवारियां बैठाने और अचानक से वाहन रोकने के कारण पीछे से एक के बाद एक वाहन के टकराने के मामले बढ़ रहे हैं। जब नवज्योति टीम ने वाहन चालकों से सुरक्षित यातायात की समझाइश की तो उन्होंने नवज्योति को अपनी पीड़ा बताई। बस स्टॉप के पास अवैध पार्किंग सिर्फ जाम नहीं, बल्कि चेन रिएक्शन दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण बन रही है। अगर समय रहते प्रशासन ने सख्ती नहीं की तो बड़े हादसों को रोकना मुश्किल हो जाएगा।
यातायात के प्रमुख नियम जिनका पालन जरूरी है
बस, मिनी बस और ई-रिक्शा को निर्धारित बस स्टॉप पर ही रोकना अनिवार्य है।
सर्विस लेन-बस स्टॉप पर निजी वाहनों की पार्किंग प्रतिबंधित है।
सड़क पर अचानक वाहन रोकना या सवारी चढ़ाना-उतारना मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 122/177 के तहत दंडनीय अपराध है।
बस स्टॉप से 20 मीटर पहले और बाद में नो-पार्किंग जोन होता है।
केस एक : टोंक रोड पर स्थित एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के बाहर बने बस स्टॉप पर वाहन नहीं रोक कर सड़क के बीच में रोकने पर जब मिनी बस के चालक से साइड में बस रोकने की बात कही तो उसने कहा कि वह भी स्टैण्ड पर रोकना चाहता है, लेकिन सफेद लाइन के अन्दर बनी अवैध पार्किंग के चलते वह सड़क पर वाहन रोक कर सवारियां बैठाने को मजबूर है। दरअसल जहां बस रोकने की जगह है वहां निजी एम्बुलेंस खड़ी रहती है।
केस दो : यातायात उपायुक्त कार्यालय के बाहर अचानक आए ई-रिक्शा चालक का बिना स्टैण्ड सड़क पर वाहन रोकना और सवारियां बैठाना यातायात जागरूकता की पोल खोलता नजर आ रहा है। ई-रिक्शा चालक से जब यातायात नियमों के बारे में जानने का प्रयास किया गया तो वह खुद के गरीब होने और परिवार का भरणपोषण करने की बात बोल वहां से चला गया।
कुछ नहीं हो रहा, फिर भी कार्रवाई का दावा
जा गरूकता के लिए समझाइश भी की जा रही है। सभी यूनियन के सीएमडी और प्रबंधकों के साथ मीटिंग कर उन्हंे यातायात नियमों की पालना सुनिश्चत कराने के लिए और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी। नियम भंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है।
-सुमित मेहरड़ा,
पुलिस उपायुक्त यातायात जयपुर

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