नई दिल्ली हवाई अड्डे पर धरा गया था सुकेश यादव, वियतनाम भागने की योजना विफल
एक नजर में कार्रवाई
इस प्रकार 2015 से 2021 तक कोरोना काल के अलावा 600 डिग्रियां ही जारी की हैं। ऐसे में 1467 डिग्रियों को बिना अध्ययनरत होने के बावजूद फर्जीवाड़े में बेचा गया है।
जयपुर। जेएस यूनिवर्सिटी के कुलपति व संचालक सुकेश कुमार यादव को सपेशल ऑपरेशन ग्रुप ने दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ठीक उस समय गिरफ्तार किया था, जब वह वियतनाम भागने ही वाला था। उसने जेएस यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते हुए हजारों फर्जी डिग्रियां बांटी थीं। एसओजी ने सुकेश कुमार यादव को शनिवार सुबह ही दबोच लिया था। वह टिकट चेक करवाकर टर्मिनल में घुस चुका था। इसी दौरान एसओजी ने एयरपोर्ट अथॉरिटी और सीआईएसएफ को सुकेश की फोटो देकर सूचना दे दी। इसके बाद सीआईएसएफ ने सुकेश की पहचान कर टर्मिनल से बाहर निकाल कर एसओजी की टीम को सौंप दिया। बताया गया कि यदि एसओजी थोड़ी देर कर देती तो सुकेश वियतनाम भाग जाता। इसके अलावा एसओजी ने जेएस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार नंदन मिश्रा को शिकोहाबाद में गिरफ्तार किया तभी सुकेश यादव आगरा में था और मिश्रा की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही दिल्ली पहुंच गया। एसओजी को इसकी जानकारी मिलते ही दूसरी टीम ने सुकेश को एयरपोर्ट से दबोच लिया और जयपुर ले आए। एसओजी ने तीनों आरोपियों सुकेश कुमार, नन्दन मिश्रा और अजय भारद्वाज को कोर्ट में पेश कर 12 मार्च तक रिमांड पर लिया है। अजय भारद्वाज की प्रॉपर्टी की जांच के लिए एसओजी ने टीम लगाई है।
सपा से जुड़ा है यादव
एसओजी की गिरफ्त में सुकेश पहली बार आया है। यह यूपी में समाजवादी पार्टी से लंबे समय से जुड़ा है। वह 2015 से जेएस यूनिवर्सिटी की हजारों फर्जी डिग्रियां बांट चुका है। इन फर्जी डिग्रियों में कई कोर्र्स की डिग्री शामिल हैं। यूपी में इसके रसूखात के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। यादव के यूपी में 4 यूनिवर्सिटी व एक दर्जन कॉलेज व स्कूल के चलते हैं।
एक नजर में कार्रवाई
पीटीआई भर्ती-2022 में एसओजी के अनुसार बैकडेट में बीपीएड की फर्जी डिग्रियों से 244 पीटीआई बने थे। जिनमें से सरकार ने 134 पीटीआई को बर्खास्त कर दिया गया। जांच में जिनकी डिग्रियां भी फर्जी पाई गई थी। सभी डिग्री एक ही सत्र में जेएस यूनिवर्सिटी से फर्जी तरीके से बैक डेट में प्राप्त की गई थी। कई अभ्यर्थियों ने चयन के बाद जेएस विश्वविद्यालय की डिग्री प्रस्तुत की गई। जेएस यूनिवर्सिटी में बीपीएड की प्रतिवर्ष 100 सीटों की क्षमता है। शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 के आवेदन के समय कुल 2067 अभ्यर्थियों द्वारा अपनी बीपीएड की डिग्री जेएस विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण होना सामने आया है। इस प्रकार 2015 से 2021 तक कोरोना काल के अलावा 600 डिग्रियां ही जारी की हैं। ऐसे में 1467 डिग्रियों को बिना अध्ययनरत होने के बावजूद फर्जीवाड़े में बेचा गया है।
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