मुख्यमंत्री ने गलता में ‘ब्रज अवध फागोत्सव’ को किया सम्बोधित, विरासत और विकास साथ-साथ चलें : भजनलाल शर्मा
गलता में एक साथ दिखते हैं अवधपुरी और ब्रज
मुख्यमंत्री ने गलता तीर्थ के ऐतिहासिक स्थल का निरीक्षण भी किया और अधिकारियो को इसकी शोभा और सुन्दरता बढ़ाने के निर्देश दिए।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि विकास और विरासत साथ-साथ चलने चाहिए। हमारी विरासत को संभालना हम सभी की जिम्मेदारी है, हम सभी को विकास और विरासत के संरक्षण के लिए काम करना चाहिए। शर्मा सोमवार शाम को जिला प्रशासन और देवस्थान विभाग की ओर से आयोजित ब्रज अवध फागोत्सव को गलता में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार यहां आया हूं, इसके बारे में काफी सुना है। यह स्थान दिव्य और भव्य तीर्थस्थल है। उन्होंने कहा कि राज्य में गलताजी तीर्थ का अलग ही महत्व है। राज्य में पुष्कर और गलताजी ऐतिहासिक तीर्थ हैं। मुझे बताया गया है कि इस तरह का आयोजन यहां पर पहली बार हुआ है। उन्होंने गलताजी की ऐतिहासिक विरासत की चर्चा करते हुए कहा कि यहां पर एक तरफ भगवान राम का मंदिर है तो दूसरी ओर भगवान कृष्ण। ऐसे में अवधपुरी और ब्रज दोनों एक साथ ही देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी यहां आते हैं, उनकी तमन्ना पूरी होती है। प्रदेश का हर तीर्थ हमारा गौरव है। उसके संरक्षण और सवर्द्धन के लिए सरकार काम कर रही है। ज्ञातव्य है कि समारोह की शुरुआत गौपूजन से हुई थी।
सीताराम मंदिर में पूजा अर्चना की
मुख्यमंत्री ने सीताराम जी मंदिर और ज्ञान गोपाल जी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की और गो सेवा भी की। उन्होंने फागोत्सव में भजनों-गीतों का श्रवण किया तथा दीप महाआरती में शामिल हुए। इस दौरान जनप्रतिनिधिगण, देवस्थान सचिव डॉ. कृष्ण कांत पाठक, जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने गलता तीर्थ का निरीक्षण भी किया
मुख्यमंत्री ने गलता तीर्थ के ऐतिहासिक स्थल का निरीक्षण भी किया और अधिकारियो को इसकी शोभा और सुन्दरता बढ़ाने के निर्देश दिए।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए, जिसमें भगवान कृष्ण की बहुत ही आकर्षक प्रस्तुति दी गई।
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