क्रांतिकारियों के परिजनों का शहीद दिवस पर सम्मान : गहलोत के मार्गदर्शन में हुआ सम्मान समारोह, दीनबंधु चौधरी रहे विशिष्ट अतिथि
शुरुआत में विधार्थियों ने भारत हमको जान से प्यारा है.. देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी
भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले असंख्य क्रांतिकारियों में से 40 से अधिक के परिजनों का शहीद दिवस के अवसर पर सम्मान किया गया
जयपुर। भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले असंख्य क्रांतिकारियों में से 40 से अधिक के परिजनों को शहीद दिवस के अवसर पर हरिशचंद्र तोतुका सभा भवन में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। शहीद दिवस आयोजन समिति के संयोजक और राज्य के पूर्व महाधिवक्ता जीएस बापना ने बताया कि सम्मान समारोह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मार्गदर्शन में हुआ। इस समारोह में पूर्व सेबी अध्यक्ष डीआर मेहता, दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चन्द्र छाबड़ा, वॉटरमैन राजेन्द्रसिंह और इतिहासकार अशोक कुमार पांडेय विशिष्ट अतिथि रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में विधार्थियों ने भारत हमको जान से प्यारा है.. देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी। इसके बाद ऐ वतन-2 आवाज दे तु.., वंदे क्रांतिकारियोंमातरम्.., सिंगर शिखा भट्ट ने ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँखों में भर लो पानी सरीखे देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। इस मौके पर अशोक गहलोत, डीआर मेहता, दैनिक नवज्योति के प्रधान संपादक दीनबंधु चौधरी, वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चन्द्र छाबड़ा, वॉटरमैन राजेन्द्रसिंह और इतिहासकार अशोक कुमार पांडेय ने क्रांतिकारियों के परिवारों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि क्रांतिकारियों की अलग-अलग कहानी है। क्रांतिकारियों को आज की युवा पीढ़ी भूलती जा रही है, जो सरकारें और प्रधानमंत्री इतिहास को याद नहीं रखते है, वह कभी इतिहास नहीं बन पाते है। इतिहास को याद रखना, नई पीढ़ी को संदेश देना, त्याग और बलिदान की गाथाओं को उन तक पहुंचाना, सीमा पर शहीद होने वालों को याद करना जरूरी है।
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