नाटक ने भाइचारे और राष्ट्रीय विभाजन के राजनीतिक पहलुओं को किया उजागर, रवीन्द्र मंच पर नाटक द रिलेशन का मंचन
नाटक की पूरी कहानी फिजिकल और म्यूजिक के माध्यम से प्रस्तुत की गई
बंगाल के कलाकारों के द्वारा तैयार नाटक दा रिलेशन का मंचन शनिवार को रवीन्द्र मंच के मिनी थियेटर में हुआ
जयपुर। बंगाल के कलाकारों के द्वारा तैयार नाटक दा रिलेशन का मंचन शनिवार को रवीन्द्र मंच के मिनी थियेटर में हुआ। रुपज्योति माहांतों द्वारा निर्देशित इस नाटक में एक मुर्गी अपने अंडों से बच्चे निकलते हुए देखकर खुशी से उछल पड़ती है, लेकिन जब वह अपने दो अन्य बच्चों के साथ बत्तख परिवार के दो नन्हे बच्चों को देखती है, तो वह थोड़ी चकित हो जाती है। पहले तो वह अनिश्चित रहती है, लेकिन फिर वह उन्हें अपना लेती है और अपने चारों बच्चों को प्रेम से पालने लगती हैं। जल्द ही बच्चों के बीच झगड़ा होता है और मुर्गा बत्तख के बच्चों को परिवार से बाहर निकाल देता हैं। बाद में यह लड़ाई और भी बड़ी आकृति लेती है, लेकिन अंत में अपनी गलती स्वीकार कर अपनी मां अपने मूल से जुड़ जाते हैं। नाटक की पूरी कहानी फिजिकल और म्यूजिक के माध्यम से प्रस्तुत की गई।
नाटक भाईचारे और राष्ट्रीय विभाजन के गहरे राजनीतिक पहलुओं को उजागर करती हुई नजर आई। यह कहानी यह दर्शाती है कि चाहे विभाजन की राजनीति कैसी भी हो, हम सब एक ही मां की संतान है। हमारी जड़ें एक ही है और लड़ाई से कोई समस्या का हल नहीं होता है। भाईचारा ही अधिकतर समस्याओं का समाधान हैं। कलाकारों की उत्कृष्ट भाव भंगिमाओं ने नाटक को जीवंत बना दिया और नाटक के प्रभावी संगीत ने दर्शकों को अंत तक बांधे रखा।
Comment List