संघ तपस्या से खड़ा हुआ है, यह धर्म स्थापना का ही कार्य : माथुर
लेखक कन्हैयालाल चतुर्वेदी की पुस्तक ‘धर्मसंस्थापनार्थाय’ का लोकार्पण
प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि हम सभी को पढ़ने-लिखने की आदत डालनी चाहिए।
जयपुर। सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने कहा कि संघ तपस्या से खड़ा हुआ है, यह धर्म स्थापना का ही कार्य है। उन्होंने कहा कि चलते-चलते, घूमते- घूमते, खेलते- खेलते ही समाज का कार्य सीख गए। माथुर रविवार को एसएस जैन सुबोध पीजी कॉलेज के चाणक्य सभागार में प्रभुदयाल चतुर्वेदी स्मृति समिति की ओर से लेखक कन्हैयालाल चतुर्वेदी की पुस्तक ‘धर्मसंस्थापनार्थाय’ के लोकार्पण समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हम सभी को पुस्तकें विशेषकर संघ साहित्य पढ़ने की आदत डालनी चाहिए, ताकि संघ के कार्य की जानकारी मिल सकेगी। समारोह की अध्यक्षता सांभर स्थित नाथ संप्रदाय के आश्रम के संत रमण नाथ महाराज ने की। पुस्तक के लेखक चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय जीवन दीर्घ है, यह हिन्दू राष्ट्र जीवन है। धर्म हमारे राष्ट्र की आत्मा है, इसी से विश्व का कल्याण संभव है।
सभी को जीवन का अनुभव लिखना चाहिए: डॉ. द्विवेदी
प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि हम सभी को पढ़ने-लिखने की आदत डालनी चाहिए। हमारे शास्त्रों में वर्णन आता है कि देवताओं को भी मंच से डर लगता था। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि हम सभी को अपने जीवन का अनुभव लिखना चाहिए, इससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती हैं। इस अवर पर सांसद मंजू शर्मा, पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, विधायक गोपाल शर्मा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, भाजपा नेता रवि नैय्यर, नत्थीलाल चतुर्वेदी,उपमहापौर पुनीत कर्णावट सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। मंच संचालन डॉ गौरव बंसल ने किया।
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