500 किलो गांजा सहित 2 अपराधी गिरफ्तार, पंजाब और हरियाणा में सप्लाई होना था गांजा

उड़ीसा से गांजे की बड़ी सप्लाई हुई

500 किलो गांजा सहित 2 अपराधी गिरफ्तार, पंजाब और हरियाणा में सप्लाई होना था गांजा

जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

जोधपुर। जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रेंज की इस टीम ने जोधपुर केा आसोप थाने के सामने रात को एक ट्रक ट्रोला को पकड़ा है। खाली नजर आने वाले इस ट्रोले में वैक्यूम साइड में तहखाना बनाकर बड़ी मात्रा में गांजा लाया जा रहा था। पुलिस की टीम ने ट्रोले से 500 किलो से ज्यादा गांजा बरामद कर, चालक और खलासी को पकड़ा है। पकड़ा गया गांजा उड़ीसा से लाया गया है, जो कि पंजाब और हरियाणा में सप्लाई होना था। अब तक की पूछताछ में सामने आया कि गांजा जेल में बैठे एक अपराधी की तरफ से ऑपरेट कर मंगाया गया है। मारवाड़ में गांजे का कारोबार भी शुरू किया जाना था। बरामद हुए गांजे की अनुमानित कीमत 70-80 लाख रूपए होना बताया गया है।

जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि नए साल के जश्र एवं शौक मौज के लिए मारवाड़ में मादक पदार्थों की तस्करी बढऩे की आशंका में साइक्लोनर टीम को सचेत कर रखा है। गोपनीय सूचना मिली कि उड़ीसा से गांजे की बड़ी सप्लाई हुई है, जिस पर साइक्लोनर टीम को सचेत किया गया। पुलिस टीम ने उड़ीसा से ही नजर रखनी शुरू कर दी और पीछा करने लगी। बीच रास्ते एक ढाबे पर टीम रूकी तब संभवत : तस्करों को भनक लग गई कि साइक्लोनर टीम पीछे लगी हुई है, जिस के बाद तस्करों ने अपने फोन बंद कर दिए। उड़ीसा से लाए जा रहे ट्रक जो कि कई सीमाओं व रास्तों से निकला था, बाद में यह ट्रक ट्रोला रात को जोधपुर के आसोप थाने के सामने नाकाबंदी में पकड़ा गया।

ट्रोले में बनाया गया तहखाना :

आईजी रेंज विकास कुमार के अनुसार सबसे बड़ी बात है कि यह ट्रक ट्रोला जोधपुर से खाली गया था और वापिस खाली ही लौटा था। मगर जब साइक्लोनर टीम ने इसका बारिकी से निरीक्षण किया तो पता लगा कि ड्राइवर सीट और वैक्यूम पावर के बीच में एक तहखाना बना हुआ था, जिसमें प्लास्टिक बैज्स नजर आए, जो कि गांजा था।

Read More साल के पहले दिन पर्यटन स्थलों पर रही पर्यटकों की भीड़भाड़,आमेर महल, हवामहल, जंतर-मंतर स्मारक रहे पर्यटकों से गुलजार 

दस और चार किलो के पैकेट बना रखे थे :

Read More नेशनल ब्यूटी पैजेंट मिस एंड मिसेज इंडिया ग्लैम सीजन-6 का ग्रांड फिनाले संपन्न

ट्रक के तहखाने में दस- दस किलो की 42 और 4 -4 किलो के 20 पैकेट बना रखे थे। यानी तकरीबन 5 क्विलंट से ज्यादा गांजा मिला है, जिसकी अनुमानित कीमत 70-80 लाख रूपए है।

Read More सकारात्मक सोच के साथ बढ़े आगे, हर चुनौती का डटकर करें मुकाबला, सफलता अवश्य मिलेगी : देवनानी

दो लोगों को पकड़ा :

आईजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि भोपालगढ़ के रहने वाले नरेश पुत्र जय किशन एवं चैनाराम पुत्र पेमाराम को गिरफ्तार किया गया है,जिन से पूछताछ चल रही है।

जेल में बैठा अपराधी कर रहा ऑपरेट :

अभी तक पूछताछ में सामने आया कि जेल में बैठा अपराधी यह सब ऑपरेट कर रहा था। उसने यहां से खाली ट्रक ट्रोला भिजवाया और वापिस खाली मंगाया। ट्रक ट्रोले की अनुमानित कीमत 50 लाख है और तेल-टोल पर तकरीबन 1.50 लाख खर्च कर रिस्क खेला है। जेल में बैठे अपराधी का नाम सामने आया है, जिस को नामजद कर पकड़ा जाएगा।

एनसीबी के साथ मिलकर करेंगे कार्रवाई :

इतने बड़े स्तर पर गांजे का मारवाड़ में आकर कारोबार शुरू कर बाद में उसे पंजाब और हरियाणा में भेजे जाने की योजना में बड़े रैकेट का पता लग सकता है। इसके लिए रेंज पुलिस नारकोटिक्स विभाग के साथ मिलकर कार्रवाई करेगी।

उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से होती है गांजे की सप्लाई :

आरंभिक पड़ताल में रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि गांजे की सप्लाई उड़ीसा, आंध्रप्रदेश एवं तेलंगाना से होती है। मारवाड़ के रास्ते उसे कारोबार फैलाने के इरादे से इसकी इतनी बड़ी खेप पकड़ी गई है।

 

Post Comment

Comment List

Latest News

वेंटिलेटर पर चिकित्सा व्यवस्था, मरीज भगवान भरोसे वेंटिलेटर पर चिकित्सा व्यवस्था, मरीज भगवान भरोसे
अस्पताल में लगभग करीब दो दर्जन मरीज आते होंगे, जिन्हें सोनोग्राफी की आवश्यकता होती है, उन्हें झालावाड़ या कोटा निजी...
मनोज तिवारी ने आप सरकार पर किया प्रहार, कहा - झूठ और लूट पर टिकी है सरकार की बुनियाद
अमेरिका में साइबर ट्रक में हुए विस्फोट की जांच कर रही है टेस्ला : मस्क
उत्कर्ष कोचिंग संस्था पर आयकर विभाग के छापे, फीस में टैक्स चोरी को लेकर विभाग ने की कार्रवाई 
फिल्म देवा का फर्स्ट पोस्टर रिलीज, सिगरेट पीते हुए दिखा शाहिद कपूर का स्टाइल 
भारत लाया जाएगा मुंबई हमले का आरोपी, तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को अमेरिका ने दी मंजूरी
इधर-उधर की बात ना करें अशोक गहलोत, ये बताएं खुद का कारवां क्यों लुटा : अग्रवाल