एपीके फाइल भेजकर सेंध लगा रहे साइबर ठग, यूजर्स को एज्यूकेट और जागरुक करने के अलावा कोई रास्ता नहीं

शादी का निमंत्रण डाउनलोड करने से पहले रहें सावधान, खाता हो सकता है साफ

एपीके फाइल भेजकर सेंध लगा रहे साइबर ठग, यूजर्स को एज्यूकेट और जागरुक करने के अलावा कोई रास्ता नहीं

इस तरह के मामलों में यूजर्स को एज्यूकेट और जागरुक करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।

कोटा। शादियों का सीजन शुरू हो चुका है और डिजिटल निमंत्रण भेजने का चलन भी जोरों पर हैं। लेकिन सावधान। आपको  किसी अनजान नंबर से शादी के निमंत्रण का डिजिटल कार्ड एपीके फाइल में मिला है तो सतर्क हो जाएं। आप साइबर ठगी या डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो सकते हैं। साइबर ठग हर बार नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।  एपीके फाइल मोबाइल फोन में डाउनलोड होने के बाद रन करते ही आपकी सारी जानकारी साइबर ठगों तक पहुंच जाती है। वह आपका बैंक अकाउंट साफ कर सकते हैं या आपको डिजिटल अरेस्ट कर मोटी रकम ऐंठ सकते हैं। कई मामलों में हैकर्स व्हाट्सएप को हैक करके भी कॉन्टेक्ट लिस्ट या ग्रुप में परिचित के व्हाट्सएप नंबर से एपीके शादी के कार्ड के नाम से भेज देते हैं। लोग परिचित के वॉट्सएप नंबर से आई एपीके फाइल पर विश्वास करके ओपन कर लेते हैं। ऐसा ही एक मामला शहर में हाल ही सामने आया। ऐसे मामलों से बचने के लिए दैनिक नवज्योति ने कई साइबर एक्सपर्ट से बात की। 

साइबर ठगी का शिकार होते बाल बाल बचा
गुरुवार 17 अप्रैल को एक व्यक्ति के व्हाट्सएप एकाउन्ट को साइबर ठग ने हैक कर लिया। हैकर्स ने एकाउन्ट के सभी नम्बर पर एपीके फाइल से शादी का कार्ड भेजा। इसमें लिखा था - "मेरे भाई की शादी है आप को जरुर आना है। आप हमारे भाई की शादी में आमंत्रित है। शादी का निमंत्रण कार्ड अभी डाउनलोड करें। इस मैसेज को यदि किसी के भी द्वारा डाउन लोड कर रन कर लिया जाता तो सम्पूर्ण जानकारी हैकर्स को मिल जाती और वह उस व्यक्ति का खाता साफ कर देते। पीड़ित ने तुरन्त पुलिस सहायता ली। बिना समय गंवाए साइबर थानाधिकारी ने  व्हाट्सएप को डिलिट किया तथा फिर दोबारा इंस्टॉल किया। इस प्रकार यह व्यक्ति साइबर ठगी से बच गया। 

किसी अनजान या गलत लिंक को न खोलें
मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर, अनजान लिंक अथवा ग्रुप और परिचित के नंबर से आई हुई एपीके फाइल के नाम से कोई फाइल या एपीके मैसेज आए तो सर्तक हो जाएं। उसे भूलकर भी  कभी क्लिक नहीं करें और डाउनलोड नहीं करें। अनजान लिंक को खोलना खतरनाक हो सकता है आप फंस सकते हैं। इसलिए सावधानी बरतें। यदि गलती से डाउनलोड हो जाए, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। साइबर थाने में शिकायत करें।  
- विनोद कुमार, इंचार्ज साइबर थाना कोटा

यूजर्स को ही होना होगा जागरुक
मोबाइल के अंदर जो भी वायरस आएगा वह एपीके फाइल में ही आएगा। मोबाइल में दो ही आॅपरेटिंग सिस्टम काम करते हैं,  एंड्रॉइड और आईओएस। कोई अच्छा सॉफ्टवेयर डालना है या मोबाइल को करप्ट करना है तो फाइल  एपीके में ही आएगी। अब यह समझना पडेगा कि आपके पास जो मैसेज आ रहा है  वास्तविक सोर्स से है या नहीं। गूगल अब सिक्योरिटी को लेकर बहुत ज्यादा सख्त हो गया है  जितने भी लेटेस्ट मोबाइल हैं उनमें थर्ड पार्टी एपीके यानि किसी मोबाइल पर एपीके फाइल  आ रही है तो वह उसको बायडिफॉल्ट एलाऊ नहीं करता। एलाऊ  तब करता है जब आपने उसको कन्सेंट दिया हुआ है। इनसे बचने के लिए यूजर्स को जागरूक होना पड़ेगा। सभी एपीके फाइल वायरस वाली नहीं होती। मोबाइल के अलावा मेल के केस में भी ऐसा हो सकता है। इसलिए जिन्हें आप नहीं जानते ऐसे अंजान लिंक पर नहीं जाए। इस तरह के मामलों में एज्यूकेट करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। फाइल डाउनलोड होना एक चीज है जब उस पर क्लिक करेगें तब वह रन होगा। डाउनलोड होना मुख्य नहीं है उस पर क्लिक करना इम्पोर्टेन्ट हैं। कोई भी कितना भी बड़ा वायरस है वह यदि रन नहीं कराया है तो वह डैड कंडीशन में पड़ा है। वह एक्टिव तब होता है जब उस पर क्लिक कर देते हंैं।
- मनोज कुमार शर्मा, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, एक्सल नेटवर्क जयपुर

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सतर्कता ही बचाव की कुंजी है
एपीके फाइल्स से तो सावधान रहें ही, कोई भी लिंक, कोई भी कॉल , ओटीपी हो सकता है इनसे भी हमें सतर्क रहना है।  ऐसी फाइलें थर्ड पार्टी फाइल्स होती हैं  इनसे नुकसान के चांस अधिक होते हैं। ऐसी फाइल्स डाउनलोड करने से पहले वार्निंग आती है कि यह हार्मफुल फाइल है, ऐसा होने पर उसे इग्नोर ना करें। कई बार लोग डाउनलोड कर लेते हैं। इसके बाद हैकर वाट्सएप को हैक कर लेता है और फिर आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक नुकसान पहुंचाने का प्रयास करता है। इसलिए सतर्कता ही बचाव की कुंजी है। ऐेसी फाइल्स को तुरंत  डीलिट कर देना चाहिए।  
- सतीश चंद, साइबर एक्सपर्ट एवं पुलिस निरीक्षक

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