असर खबर का - सड़कों पर उतरा परिवहन विभाग, 25 वाहनों के काटे चालान
दैनिक नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद एक्शन मोड में आया आरटीओ
अभियान के तहत गुरुवार को परिवहन विभाग शहर की प्रमुख सड़कों व चौराहों पर नजर आया।
कोटा। बाल वाहिनियों में बच्चों को भेड़-बकरियों की तरह ठूंस मासूमों की जान से खिलवाड़ करने का मामला दैनिक नवज्योति में प्रकाशित होने के बाद परिवहन विभाग हरकत में आ गया। शहरभर में गुरुवार को विभाग का अमला सड़कों पर नजर आया। बच्चों को स्कूल से घर और घर से स्कूल ले जाते एक-एक वाहनों की जांच कर फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस, जीपीएस सहित सुरक्षा के इंतजाम परखे। नियमों के विपरित पाए जाने पर 25 वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान काटे। वहीं, स्कूल प्रबंधन को अपनी बाल वाहिनियों में जीपीएस लगवाने व वाहनों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को पाबंद किया।
दरअसल, जैसलमेर के पोखरण में स्कूली बच्चों से भरी बस पलटने से 35 बच्चे घायल और एक शिक्षक की मौत हो गई थी। हादसे के बाद परिवहन विभाग मुख्यालय ने 26 जुलाई से 4 अगस्त तक बाल वाहिनियों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। दैनिक नवज्योति ने बुधवार को अभियान की पड़ताल की थी। जिसमें बाल वाहिनी के नाम पर निजी वाहनों को व्यावसायिक रूप से संचालित किया जा रहा था और ऑटो, मैजिक, वैन और वाल मिनी बसों में क्षमता से अधिक बच्चों को बिठाकर अभियान की धज्जियां उड़ाते वाहनों की तस्वीरे और खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद विभाग हरकत में आया।
सड़कों पर नजर आया अमला
अभियान के तहत गुरुवार को परिवहन विभाग शहर की प्रमुख सड़कों व चौराहों पर नजर आया। बच्चों से भरे वाहनों की जांच कर फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस के कागजात कीजांच की। वहीं, वाहनों में सुरक्षा के इंतजाम परखे। इस दौरान कई वाहनों के चालान काटे तो कई को सीज किया। साथ ही स्कूल प्रबंधन को भी बाल वाहिनी नियमों को सुनिश्चित करवाने के लिए पाबंद किया।
दो वाहन किए सीज
सिंह ने बताया कि चैकिंग के दौरान नियमों के विपरित संचालित होने वाले दो वाहनों को सीज किया गया है। इनमें एक वाहन बिना फिटनेस तथा दूसरा निजी वाहन था, जिसे किराए पर व्यवसायिक रूप से संचालित किया जा रहा था। नियमों का उल्लंघन करने पर दोनों वाहनों को सीज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान लगातार जारी रहेगा। वहीं, वाहन चालकोें को नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी है।
25 वाहनों के बनाए चालान
जिला परिवहन अधिकारी अरविंद सिंह ने बताया कि अभियान के तहत शहरभर में स्कूली वाहनों की जांच की गई। जिसमें खामियां पाए जाने पर 25 वाहनों के चालान बनाए गए। इसमें फिटनेस के 2, निजी वाहनों को किराए पर व्यवसायिक रूप से संचालित किए जाने के 14, इंश्योरेंस के 1, बाल वाहिनी नियमों का उल्लंघन करने के 8, क्षमता से अधिक बच्चों को बिढ़ाने के मामले में 3 वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चालान बनाए गए।
जीपीएस लगवाने को किया पाबंद
परिवहन विभाग के अधिकारी बाल वाहिनी बस संचालित करने वाले निजी स्कूलों में पहुंचे और प्रबंधन को बसों में जीपीएस ल\गवाने के लिए पाबंद किया है। अधिकारियों ने चेताया कि यदि, वाहिनियों में जीपीएस चालू स्थिति में नहीं मिला तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इनका कहना है
प्रदेशभर में बाल वाहिनियों की जांच के लिए विशेष अभियान चल रहा है। जिसके तहत जिलेभर में स्कूली वाहनों की परमिट, फिटनेस, इंश्योरेंज, वाहनों के पीछे स्कूल का नाम, ड्राइवर का अनुभव, जीपीएस, ड्राइविंग लाइसेंस, प्रदूषण प्रमाण पत्र सहित सुरक्षा इंतजाम परखे जा रहे हैं। गुरुवार को कार्रवाई करते हुए 25 वाहनों के चालान काटे गए हैं। वहीं, वाहनों में बच्चों की सुरक्षा इंतजामों को लेकर स्कूल प्रबंधन को भी पाबंद किया है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को बख्शा नहीं जाएगा। लापरवाही बरतने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
- अरविंद सिंह, जिला परिवहन अधिकारी, आरटीओ कोटा
Comment List