पुलिस की तरह अब फायर में भी आएंगे वॉकी-टॉकी
आपदा के दौरान रेस्क्यू में आपसी समंवय में होगी सुविधा
व्यास ने बताया कि जिस तरह से पुलिस के पास वॉकी-टॉकी वायरलैस होता है उसी तरह से फार अनुभाग में भी क्रय किए जाएंगे।
कोटा। पुलिस की तरह अब कोटा के फायर अनुभाग में भी वॉकी-टॉकी खरीदे जाएंगे। जिससे आपदा के समय रेस्क्यू और आपस में समंवय में सुविधा होगी। नगर निगम कोटा दक्षिण के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि निगम के फायर अनुभाग में आपदा के समय में कई बार आपस में समंवय स्थापित करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। कोई भी बड़ी घटना होने पर फायर टीम के सदस्यों को सूचना करने करने का एक मात्र माध्यम है मोबाइल और फायर स्टेशन का लैंड लाइन फोन। ऐसे में यदि फायरमैन अवकाश पर है या ड्यूटी आॅफ करके गया है। उसे मोबाइल पर सूचना देने का प्रयास किया। मोबाइल उसका व्यक्तिगत होने से कई बार वह बंद भी कर देता है। जिससे उससे सम्पर्क साधने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी तरह से बड़ी घटना के समय फायरमैन व टीम के सदस्यों को आपस में समंवय स्थापित करने के लिए भी फोन पर बात करनी पड़ती है। लेकिन कई बार नेटवर्क नहीं मिलने से सम्पर्क करने में परेशानी होती है। ऐसे कई व्यवधान होते हैं जो फायरमैन व रेस्क्यू टीम को आपस में समंवय स्थापित करने में समस्या करते हैं। उन समस्याओं के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं।
दोनों निगमों में 11-11 वॉकी टॉकी खरीदेंगे
सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि इस तरह की समस्याओं के समाधान के लिए नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण के फायर अनुभागों में 11-11 वॉकी-टॉकी खरीदे जाएंगे। इसके प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। व्यास ने बताया कि कोटा के अलावा अन्य बड़े शहरों के फायर अनुभाग में वॉकी-टॉकी हैं। जिससे फायर टीम को आपस में समंवय स्थापित करने में सुविधा रहती है। उन्होंने बताया कि फायर टीम को 8-8 घंटे डी ड्यूटी के हिसाब से ये वॉकी-टॉकी दिए जाएंगे।
24 घंटे सम्पर्क में
व्यास ने बताया कि जिस तरह से पुलिस के पास वॉकी-टॉकी वायरलैस होता है उसी तरह से फार अनुभाग में भी क्रय किए जाएंगे। जिससे फायर टीम के सदस्य 24 घंटे सम्पर्क में रह सकेंगे। साथ ही सभी को सूचना भी तुरंत मिल सकेगी। किसी के बताने या कंट्रोल रूम से जानकारी लेनी की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि फायर सर्विस आवश्यक सेवा है। यह 24 घंटे की नौकरी वाली सेवा है। ऐसे में टीम के बीच हर समय सम्पर्क में रहना आवश्यक हो जाता है।
फायर अनुभाग में पर्याप्त संसाधन
सीहफओ राकेश व्यास ने बताया कि जिस तरह से कोटा शहर का विकास व विस्तार हो रहा है। उसे देखते हुए पहले यहां फायर अनुभाग में संसाधनों की कमी थी। वहीं वर्तमान में छोटी से बड़ी और फायर टेंडर तक पर्याप्त संख्या में दमकलें हैं। राहत व बचाव से संबंधित फायर अनुभाग के पास पर्याप्त संसाधन भी हैं। जिससे किसी भी रेस्क्यू के समय संसाधनों की कमी का सामना नहीं करना पड़ रहा। कोटा दक्षिण में श्रीनाथपुरम् व भामाशाह मंडी के अलावा रानपुर में भी फायर स्टेशन शुरू कर दिया गया है।
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