प्रेमी संग मिलकर पत्नी ने कराई पति की हत्या : चार गिरफ्तार, प्रेम प्रसंग, अवैध संबंध और आए दिन का झगड़ा बना हत्या का सबब
पत्नी सहित अब तक चार गिरफ्तार
इस दौरान प्रमोद को उसकी मां देसूरी स्थित अपने पीहर ले गई और फिर मौसी के माध्यम से उसे खाखरमाला निवासी शेर सिंह की बहन के यहां खिंवाजी-सुमेरपुर, पाली भेज दिया गया।
राजसमन्द। कांकरोली क्षेत्र में गत 24 जून को भीलवाड़ा-राजसमंद फोरलेन पर हुए शेर सिंह हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में शेरसिंह की हत्या की मास्टर माइंड उसकी पत्नी प्रमोद कुंवर ही निकली है। उसने प्रेमी रामसिंह के साथ मिलकर हत्या की सुपारी दी। पुलिस ने मृतक की पत्नी प्रमोद कुंवर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी मनीष त्रिपाटी ने बताया कि खाखरमाला निवासी शेरसिंह (35) पुत्र जोधसिंह 24 जून को सुबह करीब 10 बजे बाड़मेर जाने के लिए घर से निकला लेकिन फोरलेन पर कार में सवार होकर आए बदमाशों ने धारदार हथियारों से हमलाकर हत्या कर दी।
जांच में पता चला कि मृतक की पत्नी गोदेला निवासी प्रमोद कुंवर और आरोपी राम सिंह के बीच स्कूल के दिनों से प्रेम संबंध थे। इस दौरान प्रमोद को उसकी मां देसूरी स्थित अपने पीहर ले गई और फिर मौसी के माध्यम से उसे खाखरमाला निवासी शेर सिंह की बहन के यहां खिंवाजी-सुमेरपुर, पाली भेज दिया गया। यहीं पर 19 जुलाई 2013 को प्रमोद कुंवर की शादी शेर सिंह से करा दी गई। जब शेर सिंह मजदूरी के लिए अहमदाबाद या सिरोही जाता तो राम सिंह प्रमोद कुंवर के साथ ही रहता था। इस दौरान 2021 में प्रमोद कुंवर को दूसरी संतान हुई। इसके बाद शेर सिंह प्रमोद कुंवर और बच्चों को लेकर खाखरमाला आ गया।
पत्नी सहित अब तक चार गिरफ्तार
कांकरोली थानाधिकारी हंसाराम सिरवी ने बताया कि पुलिस ने 25 जून को शौकीन कुमार भील और दुर्गा प्रसाद मेघवाल को गिरफ्तार किया। इसके बाद मुख्य आरोपी गोदेला घासा निवासी रामसिंह (35) पुत्र हरिसिंह को 30 जून को माउंट आबू से हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया। बुधवार को इस प्रकरण की मास्टर माइंड खाखरमाला निवासी प्रमोद कुंवर पत्नी शेरसिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
हत्यारों को दी पति के घर से निकलने की जानकारी
24 जून की सुबह प्रमोद कुंवर ने रामसिंह को बताया कि शेर सिंह बाड़मेर के लिए निकलने वाला है। राम सिंह, दुर्गाप्रसाद और शौकीन कार लेकर गोमती चौराहे पर इंतजार करने लगे। प्रमोद कुंवर ने फिर राम सिंह को फोन कर बताया कि शेर सिंह वापस घर आ गया है। प्रमोद कुंवर ने बहाना बनाकर शेरसिंह को फोन किया कि उसे पेट्रोल के पैसे चाहिए और दुकानदार को 200 रुपए ट्रांसफर किए। शेर सिंह, प्रमोद कुंवर को राजीविका के ऑफिस छोड़कर निकला, जिसके बाद तीनों आरोपी उसका पीछा करने लगे। सरदारगढ़, साकरोदा, डुलियाणा, मादड़ी चौराहा होते हुए वे हाईवे फोरलेन पर प्रतापपुरा पुलिया पर पहुंचे जहां कार से शेरसिंह की बाइक को टक्कर मारी तथा रामसिंह तुरंत धारदार कूट लेकर नीचे उतरा और शेरसिंह पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उसकी की मौके पर मौत हो गई।

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