डिग्गी कल्याण जी के लक्खी मेले का समापन
समापन केसरिया ध्वज के चढ़ने के साथ हुआ।
कंट्रोल रूम पर मेला प्रशासक एडीएम प्रभाती लाल जाट, तहसीलदार जी.आर. बैरवा, सरपंच प्रतिनिधि हकीम भाई, ग्राम विकास अधिकारी सुरेश चौधरी सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी एवं समाजसेवियों ने केसरिया ध्वज का स्वागत किया। यहां से बैंड बाजों के साथ केसरिया ध्वज का जुलूस डिग्गी कल्याण जी मंदिर पहुंचने पर मंत्रोच्चारण के साथ ध्वज चढ़ाया गया।
डिग्गी। 3 अगस्त से धर्म नगरी डिग्गी में विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री कल्याण जी महाराज के पांच दिवसीय लक्खी पदयात्रा मेले का समापन केसरिया ध्वज के चढ़ने के साथ ही हुआ। 3 अगस्त को ताड़केश्वर मन्दिर जयपुर से आने वाली लख्खी पदयात्रा डिग्गी पहुंची। शाम 5 बजे रोड़वेज बस स्टेण्ड से विशाल शोभायात्रा के रूप में बैंड बाजे के साथ रवाना हुई, शोभायात्रा में राष्ट्रीय कथावाचक वैभवी श्रीजी ललीता टाक, प्रदेशाध्यक्ष भारत-तिब्बत संवाद मंच भारती वैष्णव, प्रदेश प्रभारी संजय शर्मा, निर्मला चौधरी ,ठाकुर रामप्रताप सिंह, एडवोकेट नवीन टाक, एडीएम प्रभातीलाल जाट, पदयात्रा संचालक श्रीजी शर्मा लोहे वाले सहित सैंकड़ों की संख्या में डिग्गी कल्याण धणी के पैदल यात्री उपस्थित रहे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर केसरिया ध्वज का स्वागत किया गया। कंट्रोल रूम पर मेला प्रशासक एडीएम प्रभाती लाल जाट, तहसीलदार जी.आर. बैरवा, सरपंच प्रतिनिधि हकीम भाई, ग्राम विकास अधिकारी सुरेश चौधरी सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी एवं समाजसेवियों ने केसरिया ध्वज का स्वागत किया। यहां से बैंड बाजों के साथ केसरिया ध्वज का जुलूस डिग्गी कल्याण जी मंदिर पहुंचने पर मंत्रोच्चारण के साथ ध्वज चढ़ाया गया। श्री कल्याण जी महाराज की मनमोहक झांकी सजाई गई। मेले के अंतिम दिन एएसपी राकेश बेरवा, सीओ सुशील मान, डिग्गी थानाप्रभारी सत्य नारायण चौधरी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट मोड़ पर रहे। 5 दिवसीय मेले के दौरान लाखो की संख्या में पद यात्रियों ने दर्शन कर खुशहाली की कामना की है। वहीं यात्रियों द्वारा विजय सागर तालाब में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। एकादशी को भी डिग्गी नुक्कड़ से लेकर श्री कल्याण मंदिर तक पैदल यात्रियों की भारी भीड़ नजर आई। वही श्री श्याम मित्र भंडारे में यात्रियों ने प्रसादी ग्रहण की। गंगाजल से हुआ अभिषेक डिग्गी कल्याण जी मंदिर ट्रस्टी गिरिराज शर्मा ने बताया की जयपुर की लक्खी पदयात्रा द्वारा लाए गए गंगोत्री के गंगाजल से सोमवार को मंगला आरती के समय सवेरे 4 बजे पुजारी द्वारा जय श्री कल्याण की उद्घोष के साथ कल्याण जी महाराज का अभिषेक किया गया।

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