सास की मौत के सदमे में बहू ने भी तोड़ा दम, दोनों का एक चिता पर हुआ अंतिम संस्कार
एक-दूसरे के प्रति गहरा लगाव था
घरवालों ने उसे संभाला और होश नहीं आने पर डूंगरपुर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उदयपुर। जहां एक ओर घर-घर में सास-बहू के बीच चिक-चिक और रोजमर्रा कार्यों को लेकर छोटे-मोटे विवाद आम बात हैं। इसके उलट जिले के खेरवाड़ा क्षेत्र में सास-बहू का अटूट प्रेम देखने को मिला, जहां सास की मौत के सदमे में शव से लिपटकर रोने के दौरान बहू ने भी दम तोड़ दिया। दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। बताया जा रहा है कि सास-बहू का एक-दूसरे के प्रति गहरा लगाव था। खेरवाड़ा क्षेत्र के पंड्यावाड़ा गांव में भूरी बाई पत्नी अंदर्जी जोशी की रात 9 बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई। घर वाले उन्हें डूंगरपुर के सरकारी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन आधे घंटे बाद शव लेकर घर पहुंचे। सास का शव देखते ही बहू उषा पत्नी गोपाल जोशी का उससे लिपटकर रोने लगी और बेहोश हो गई। घरवालों ने उसे संभाला और होश नहीं आने पर डूंगरपुर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सास की मौत के करीब एक घंटे बाद ही बहू ने दम तोड़ दिया।
सबसे बड़ी बहू थी उषा
भूरी बाई के तीन बेटे हैं, जिनमें उषा सबसे बड़े बेटे की पत्नी थी। उषा के पति पोस्टमैन हैं। दूसरा बेटा महाराष्ट्र में कैंटीन चलाता है, जिसकी पत्नी की करीब 6 साल पहले मौत हो गई थी। सबसे छोटे बेटे की गांव में किराना की दुकान है। उषा के दो बेटे हैं। दोनों बेटे साथ में ई-मित्र और किराना की दुकान करने के साथ ही खेतबाड़ी करते हैं।
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