शेख हसीना का बांग्लादेश की जनता के नाम खुला पत्र, कहा- देश और मज़बूती से उभरेगा
शेख हसीना की सरकार को छात्र विद्रोह के कारण एक साल पहले गिरा दिया गया था
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की नेता शेख हसीना ने अपनी अपदस्थता के एक साल पूरे होने के मौके पर मंगलवार को अपने देशवासियों के नाम एक खुला पत्र जारी किया
ढाका। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की नेता शेख हसीना ने अपनी अपदस्थता के एक साल पूरे होने के मौके पर मंगलवार को अपने देशवासियों के नाम एक खुला पत्र जारी किया। इस पत्र में उन्होंने कहा कि देश ने पहले भी विपरीत परिस्थितियों का सामना किया है और कठिनाइयों का सामना करते हुए फिर से मज़बूत, अधिक एकजुट और एक ऐसे लोकतंत्र के निर्माण के लिए और अधिक संकल्प के साथ उभरेगा। अवामी लीग मीडिया डेली रिपब्लिक की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के ईमानदार, मेहनती और देशभक्त लोगों को लिखे अपने खुले पत्र में, शेख हसीना ने नई अंतरिम सरकार की तीखी निंदा की और कहा कि राष्ट्र ने एक कठिन संघर्ष के बाद लोकतंत्र पर हिंसक कब्ज़ा होते देखा है, जिसमें एक अनिर्वाचित सरकार असंवैधानिक तरीकों से सत्ता पर काबिज़ हो गई है। गौरतलब है कि शेख हसीना की सरकार को छात्र विद्रोह के कारण एक साल पहले गिरा दिया गया था। अवामी लीग ने पूरे महीने को शोक दिवस के रूप में मनाने का आह्वान करते हुए कहा कि वह पांच अगस्त को उस दिन के रूप में मना रही है जब जुलाई की साजिश के कारण लोकतंत्र नष्ट हो गया। और छात्र, आम लोग और पुलिसकर्मी मारे गए और घायल हुए।
पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह हमारे इतिहास का एक काला क्षण था, जनता की इच्छा का अपमान था और नागरिकों और राज्य के बीच विश्वास का विश्वासघात था। भले ही उन्होंने सत्ता हथिया ली हो, लेकिन वे हमारी भावना, हमारे संकल्प या हमारे भाग्य को कभी नहीं छीनेंगे। मैं आपको इसका आश्वासन दे सकती हूँ।

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