अमेरिका में आतंकवाद को रोकने के लिए विधेयक पारित

आतंकवाद से निपटने के लिए एक कानून पारित किया

अमेरिका में आतंकवाद को रोकने के लिए विधेयक पारित

अमेरिका के प्रतिनिधि सभा ने श्वेत वर्चस्ववादी द्वारा बफेलो में सामूहिक गोलीबारी के हादसों के मद्देनजर घरेलू आतंकवाद से निपटने के लिए कानून पारित किया। रिपोर्ट में यह जानकारी दी।

वाशिंगटन। अमेरिका के प्रतिनिधि सभा ने श्वेत वर्चस्ववादी द्वारा बफेलो में सामूहिक गोलीबारी के हादसों के मद्देनजर घरेलू आतंकवाद से निपटने के लिए कानून पारित किया। रिपोर्ट में यह जानकारी दी। अमेरिका में न्यूयॉर्क के बफेलो शहर में स्थित एक सुपरमार्केट में हुई गोलीबारी में 10 लोगों की मौत हो चुकी है और इसके एक दिन उपरांत दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थित एक चर्च में हुई गोलीबारी में एक की मौत और पांच घायल होने के बाद इन हादसों को गंभीरता से लेते हुए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने घरेलू आतंकवाद से निपटने के लिए एक कानून पारित किया।  

इस दौरान सांसदों ने घरेलू आतंकवाद रोकथाम अधिनियम को पारित किया। सीनेट के जरिए तय किए जाने वाले इस कानून के तहत होमलैंड सिक्योरिटी विभाग, एफबीआई (फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन) और न्याय विभाग के अन्तर्गत घरेलू आतंकवाद इकाइयों की स्थापना की जाएगी। यह विधेयक सैन्य और संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर एक टास्क फोर्स का भी गठन करेगा, जो श्वेत वर्चस्ववादी हमलों का विश्लेषण और मुकाबला करेगा।

Related Posts

Post Comment

Comment List

Latest News

बसपा सांसद दानिश अली ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, बोले- संसद प्रकरण में चुप्पी तोड़ें मोदी  बसपा सांसद दानिश अली ने लिखा पीएम मोदी को पत्र, बोले- संसद प्रकरण में चुप्पी तोड़ें मोदी 
बहुजन समाज पार्टी के नेता कुंवर दानिश अली ने लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी सांसद रमेश बिधुड़ी मामले पर प्रधानमंत्री...
विदेशी मुद्रा भंडार 2.34 डॉलर घटकर 590.7 अरब डॉलर पर, RD पर इंटरेस्ट रेट में 0.2% की बढ़ोतरी
कावेरी विवाद: शिवराजकुमार ने तमिल अभिनेता सिद्धार्थ से मांगी माफी
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए क्रान्तिकारी फैसलों से मिशन 2030 का हुआ मार्ग प्रशस्त- गहलोत
Rahul Gandhi MP Visit: राहुल गांधी कल मध्यप्रदेश में, जनाक्रोश यात्रा में होंगे शामिल
गहलोत मंत्रिमंडल की रविवार को मौजूदा कार्यकाल की आखिरी बैठक
Ujjain Rape Case पर बोली कांग्रेस- मध्य प्रदेश में दलित, आदिवासी और महिला होना एक पाप हो गया है