अनियंत्रित ट्रेलर ने बारातियों को कुचला, चार की मौत

अनियंत्रित ट्रेलर ने बारातियों को कुचला, चार की मौत

अमरूद तोड़ना दो बच्चों को पड़ा महंगा बगीचे की तारबंदी में छोड़े करंट से मौत

जहाजपुर।  देवली रोड पर कुराड़िया टोल नाके के समीप तेज गति से आए अनियंत्रित टेÑलर ने रविवार शाम कहर ढाह दिया। ट्रेलर ने पहले एक कार को टक्कर मारी जिससे कार सड़क से नीचे उतरकर क्षतिग्रस्त हो गई। उसमें जहाजपुर निवासी सवारियां फंस गई। दुर्घटना के बाद ट्रेलर को भगाने के चक्कर में चालक ने सड़क किनारे विवाह समारोह में नाच रहे बारातियों को रौंद दिया। हादसे में चार की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए।  पुलिस उपाधीक्षक महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि कुराड़िया निवासी शंकर मीणा की दो बेटियों की रविवार को शादी थी। मनोहरगढ़ से आए बाराती सड़क किनारे खड़े थे। इस दौरान तेज गति से आए टेÑलर ने बारातियों को रौंद दिया। मामले में ट्रेलर चालक राजू पुत्र दयाराम जाट (25) निवासी नया गांव देवली को पुलिस ने मौके से ही हिरासत में ले लिया।'


इनकी हुई मौत

दुर्घटना में नीरज (16)  निवासी मनोहरगढ़,  कुलदीप (14) निवासी मनोहरगढ़, मनोज मीणा (18) निवासी उमर, राजेंद्र  मीणा (18) निवासी लुहारी खुर्द की मौत हो गई। विनोद मीणा, राहुल मीणा, प्रकाश मीणा गंभीर घायल हो गए।  जिनको देवली के राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

खुशियां शोक में बदलीं
विवाह समारोह वाले परिवार में हादसे से पहले खुशियों का माहौल था। जैसे ही हादसा हुआ चीख चीत्कार मच गई। बाराती अपनों को खोकर सुध बुध खो बैठे। कई लोग घायलों के साथ अस्पताल पहुंचे और घायलों की देख रेख में जुट गए। मृतक किशोर व युवा होने से सबकी आंखें नम थीं।

अमरूद तोड़ना दो बच्चों को पड़ा महंगा बगीचे की तारबंदी में छोड़े करंट से मौत
गंगापुर सिटी। बाटोदा थाने के फुलवाड़ा गांव में विद्युत करंट की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे अमरूद खाने के लिए बगीचे में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बगीचे के मालिक ने तारबंदी कर करंट छोड़ रखा था। मामला शनिवार शाम का है। पुलिस ने रविवार सुबह दोनों बच्चों का पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। थाना अधिकारी विवेक हरसाना ने बताया कि बाटोदा गांव निवासी हेमराज मीणा के बेटे और भांजे की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई है। बेटे विष्णु की उम्र 10 साल और भांजे अंशु की उम्र 11 साल थी। दोनों चौथी कक्षा के छात्र थे। शाम करीब 5 बजे दोनों बच्चे घर से निकले थे।  इस दौरान फुलवाड़ा गांव में अमरूद के एक बगीचे तक जा पहुंचे। बगीचे में चारों ओर तारबंदी से निकलकर अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। इसी बीच तारों में प्रवाहित करंट की चपेट में आ गए। दोनों बच्चों को बेहोशी की हालत में बरनाला सीएचसी में लाया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में बगीचे मालिक जीतराम मीणा के प्रति रोष व्याप्त हो गया। हालांकि परिजनों की ओर से बगीचा मालिक के खिलाफ किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं दी है।

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