
वकील हड़ताल पर, महिला सरपंच ने अपनी पैरवी से बचाया आबादी क्षेत्र
हाईकोर्ट ने दिए यथास्थिति के निर्देश
आबादी की स्थिति तथा सरपंच की मजबूत दलीलों के चलते उच्च न्यायलय जोधपुर पीठ ने आगामी आदेशों तक स्थिति यथावत रखने के निर्देश दिए जिससे हालिया स्थिति में दर्जनों आबादी घरों का विध्वंस होने से बच गया।
भणियाणा। हाईकोर्ट में महिला सशक्तीकरण की एक अद्वितीय बानगी देखने को मिली जब वकीलों के हड़ताल पर होने के कारण राजमथाई जैसलमेर की सरपंच सायर कंवर ने ग्राम पंचायत क्षेत्र के आबादी घरों को विध्वंस होने से बचाने के लिए न्यायालय में मजबूती से पैरवी की। जिस पर न्यायालय ने आबादी क्षेत्र को विध्वंस होने से बचाने के लिए अग्रिम आदेशों तक स्थिति को यथावत बनाए रखने के निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत राजमथाई मुख्यालय की बढती आबादी को ध्यान में रखते हुए आबादी जमीन कम पड़ रही थी। ग्राम पंचायत क्षेत्र के कई परिवार लंबे समय से अनुपयोगी पड़ी नाडी के आगोर में घरों का निर्माण कर निवास कर रहे थे। वस्तुस्थिति को देखते हुए ग्राम पंचायत ने इन घरों को बचाने के लिए आबादी क्षेत्र सेट अपार्ट करवाया था। जिस पर प्रतिवादियों की ओर से राजस्व मंडल अजमेर से जमीन को पुन: मूलरूप में परिवर्तित करने के आदेश दिलवाए। हाईकोर्ट में मुकदमा संख्या 1502 ग्राम पंचायत राजमथाई जरिए सरपंच बनाम राजस्थान सरकार तथा अन्य की सुनवाई 8 फरवरी को की गई। इस दौरान उच्च न्यायालय के सभी अधिवक्ताओं के हड़ताल पर होने के कारण सरपंच सायरकंंवर ने इस मामले की मजबूत पैरवी की।
आबादी की स्थिति तथा सरपंच की मजबूत दलीलों के चलते उच्च न्यायलय जोधपुर पीठ ने आगामी आदेशों तक स्थिति यथावत रखने के निर्देश दिए जिससे हालिया स्थिति में दर्जनों आबादी घरों का विध्वंस होने से बच गया।
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