एम्स के हॉस्टल में दूषित पानी से स्टूडेंट बीमार, 20 से अधिक को हेपेटाइटिस ए
एम्स में चल रहा उपचार
ये बीमारी लिवर को डमेज करती है और अन्य डीजीज को पैदा करती है। सूत्रों की माने तो सीवरेज का पानी, पीने के पानी में सम्मलित होने के कारण स्टूडेंट, डाक्टर चपेट में आ रहे हैं।
जोधपुर। प्रबंधन में खामी के कारण एम्स परिसर में चल रहे नर्सिंग हास्टल में दूषित पानी से नर्सिंग का प्रशिक्षण ले रहे करीब 20 से अधिक छात्र हेपेटाइटस ए का शिकार हो गये हैं। जिनका एम्स में ही उपचार चल रहा है। दरअसल एम्स के हास्टल में रहने वाले छात्रों और हेल्थ केयर में इन दिनों हेपेटाइटस ए संक्रमण तेजी से फेल रहा है। जिसके कारण अब तक 20 से ज्यादा स्टूडेंटस, डाक्टर, नर्सिंग आफिसर चपेट में आकर संक्रमित हो गये हैं। ये बीमारी लिवर को डमेज करती है और अन्य डीजीज को पैदा करती है। सूत्रों की माने तो सीवरेज का पानी, पीने के पानी में सम्मलित होने के कारण स्टूडेंट, डाक्टर चपेट में आ रहे हैं। वहीं नर्सिंग छात्रों का आरोप है कि एम्स प्रशासन द्वारा बीस से अधिक स्टूडेंट, डाक्टर चपेट में आने के बावजूद इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
हां कुछ छात्र बीमार हुए हैं इसका पता लगाया जा रहा है ऐसा क्यों हुआ। सबको आरओ से ही पानी पीने की हिदायत दी है।
- डा. एम के गर्ग, अधीक्षक, एम्स जोधपुर।
हां कुछ छात्रों में हेपेटाइटस ए की रिपोर्ट आई है उनका उपचार चल रहा है।
- डॉ. अशोक विश्नोई
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