उत्तर के वार्ड 28 में चहुंओर अव्यवस्थाएं : सड़कें बनी तो सीवरेज कार्यों ने बिगाड़ दी सूरत

लोगों ने कहा ,नहीं है पार्षद का कोई कसूर

उत्तर के वार्ड 28 में चहुंओर अव्यवस्थाएं : सड़कें बनी तो सीवरेज कार्यों ने बिगाड़ दी सूरत

कुछ इलाकों में तो पीने के पानी तक के लिए लोग परेशान हैं। जलदाय विभाग कार्यालय पर जाकर बोला, लिखकर दिया तो भी तीन महीनों में पीने के पानी की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। पूरा वार्ड आवारा मवेशियों से भरा पड़ा है। आवारा सांड दिनभर सड़कों पर घूमते रहते हैं और कई बार वाहन चालक इनकी चपेट में आकर चोटिल हो चुके हैं।

कोटा। बीजेपी का पार्षद होने के कारण हमारे वार्ड के साथ निगम की ओर से भेदभाव किया जाता है। फिर भी पार्षद ने जहां तक हो सका हैं, वार्ड में विकास कार्य करवाएं ही हैं। हालात ये हैं कि रोडलाइट तक के लिए हमें निगम के चक्कर लगाने पड़े हैं लेकिन उसके बाद भी रोडलाइट नहीं लगी। हां, कांग्रेस के कार्यकर्ता जरुर खुद का काम एक बार में करवा लाते हैं। यह कहना हैं कोटा नगर निगम उत्तर के वार्ड नम्बर 28 के लोगों का। वहीं खुद पार्षद ये कहती है कि भले ही मैं भाजपा की हंू लेकिन वार्ड के नागरिक तो इसी शहर के हैं इनको कम से कम मूलभूत सुविधाएं तो मिलनी ही चाहिए। उत्तर निगम के इस वार्ड में आदर्श नगर, सुमन विहार, बालाजी टाउन प्रथम व द्वितीय, कैलाशपुरी, पार्श्वनाथ एनक्लेव, गिरधर एनक्लेव, पार्वतीपुरम तथा बालिता गांव आदि इलाकें आते हैं और यहां करीब 7 हजार से अधिक मतदाता रहते हैं। इन इलाकों के लोग बताते हैं कि विकास कार्यों को लेकर हमारे वार्ड या क्षेत्र के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता हैं जैसे हम यहां के नहीं किसी अन्य शहर के लोग हैं। लोग बताते हैं कि वार्ड में सड़कें तो बनी लेकिन उनके किनारों के काम आज तक नहीं हुए है। हर नाली को गलत तरीके से बनाया गया है। नालों के हालात तो नालियों से भी ज्यादा बुरे हैं। उनका ढलान सही नहीं बनाने के कारण हमेशा भरे रहते हैं। नालियों में सीमेंट का इस्तेमाल ना के बराबर किया गया हैं। कच्ची नालियां बनाई गई हैं। 

वार्डवासी बताते हैं कि पार्षद वार्ड में काम करवाने के हर संभव प्रयास करती है लेकिन जब निगम में उनकी ही कोई नहीं सुनता तो वे क्या करें। वार्ड के क्षेत्रफल के हिसाब से निगम की ओर से लेबर ही उपलब्ध नहीं करवाई गई है। यहीं कारण है कि पूरे वार्ड की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। पार्षद को जाकर कहते हैं तो वे कहती है कि निगम की ओर से कोई सहयोग ही नहीं किया जा रहा है। यहां के लोगों का कहना हैं कि कुछ इलाकों में तो पीने के पानी तक के लिए लोग परेशान हैं। जलदाय विभाग कार्यालय पर जाकर बोला, लिखकर दिया तो भी तीन महीनों में पीने के पानी की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। पूरा वार्ड आवारा मवेशियों से भरा पड़ा है। आवारा सांड दिनभर सड़कों पर घूमते रहते हैं और कई बार वाहन चालक इनकी चपेट में आकर चोटिल हो चुके हैं। 

वार्ड के कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि अगर पैसे लगते हो तो हम देने के लिए तैयार हैं लेकिन इन श्वानों को यहां से पकड़कर ले जाओ। इनके कारण हम बच्चों को बाहर खेलने तक के लिए नहीं भेज सकते हैं। क्षेत्र के खाली पड़े प्लॉटों को लोगों ने कचरा पाइंट बना दिया है। जिससे बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। ना निगम वाले सुनते हैं और ना यूआईटी वाले। हम कहे भी तो किसे। वार्ड में बनी परेशानियों को लेकर जिला प्रशासन तक को शिकायती पत्र लिख चुके हैं लेकिन कही कोई सुनवाई आज तक तो नहीं हुई है। पार्षद प्रतिनिधि वार्ड में अपना पूरा समय देते हैं, यहां की समस्याओं को लेकर हमारे साथ निगम भी जाते है लेकिन कोई मतलब नहीं निकला। ना जाने यहां के जनप्रतिनिधि किस आधार पर खुद को स्मार्ट सिटी का बताते हैं। हम तो यहां बिजली-पानी तक के लिए परेशान हैं। वहीं वार्ड पार्षद का कहना हैं कि वार्ड में काम जरुर हुए हैं लेकिन लोग सन्तुष्ट नहीं है। वार्ड में नालियां भी बनवाई हैं और सीसी रोड भी बनवाएं है। मवेशियों के लिए मैं खुद फोन करते-करते थक गई हंू। मेरे से जितना हो सकता है मैं काम करवा रही हंू। कई कार्यों को अधूरा छोड़ा हुआ है। कई बार लिखित और मौखिक रूप से कह चुकी हंू लेकिन सुनवाई ही नहीं होती है। 

इनका कहना हैं...
पूरा वार्ड कचरा पात्र बना हुआ है। कोई सफाई व्यवस्था नहीं है। जब पार्षद को सफाईकर्मी ही पर्याप्त नहीं दिए हैं तो सफाई कैसे होगी। वार्ड के कुछ हिस्सों में रोड लाइट के अभाव में रातभर अंधेरा फैला रहता है। पानी की समस्या है। 
- प्रगेश ठाकुर, वार्डवासी। 

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नालियां जाम हैं। ठेकेदार ने वार्ड में जो भी काम किए हैं वो सभी कार्य बेढंग से हुए है। रोड साइडों का काम बकाया है। श्वानों से बहुत परेशानी है। नाले-नालियों की ढलान को उल्टा-सीधा बना दिया गया। 
- विपिन भास्कर, वार्डवासी। 

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सीवरेज के काम में फिनिशिंग नहीं
वार्ड के क्षेत्रफल और आबादी के हिसाब से निगम की ओर से लेबर उपलब्ध नहीं करवाए जाने के कारण वार्ड की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। सीवरेज के काम में कोई फिनिशिंग नहीं है। फिलहाल वार्ड में एक स्थान पर रोड का काम चल रहा है। 
- पूजा सुमन, वार्ड पार्षद

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