राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के लाखों छात्रों को मिली राहत, सरकार ने निरस्त की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर बुधवार को गहलोत मंत्री परिषद की बैठक में बड़ा फैसला हुआ। सभी मंत्रियों ने बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने पर सहमति दी, जिसके बाद राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।
जयपुर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर बुधवार को गहलोत मंत्री परिषद की बैठक में बड़ा फैसला हुआ। सभी मंत्रियों ने बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने पर सहमति दी, जिसके बाद राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। राज्य सरकार के इस निर्णय से 10वीं बोर्ड परीक्षा के 12.14 लाख विद्यार्थी और 12वी बोर्ड परीक्षा में 8.82 लाख विद्यार्थी सहित कुल 20.96 लाख विद्यार्थियों की परीक्षाएं रद्द हो गई हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को वीसी के माध्यम से हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश में कोविड प्रबंधन, वैक्सीनेशन, कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को संबल देने के लिए पैकेज जल्द तैयार करने तथा तीसरी लहर में संक्रमण के फैलाव को रोकने की तैयारियों आदि पर विस्तृत चर्चा की गई।
केन्द्र उपलब्ध कराए नि:शुल्क वैक्सीन, प्रस्ताव पारित
मंत्रिपरिषद ने प्रस्ताव पारित किया कि केंद्र सरकार अन्य आयु वर्गों की भांति ही 18-44 आयुवर्ग के युवाओं के लिए नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराए। ग्लोबल टेंडर करने के बावजूद वैक्सीन निर्माता कंपनियां राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए तैयार नहीं है, ऐसे में केंद्र सरकार का दायित्व है कि जिस तरह 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई है, उसी प्रकार राजस्थान सहित देश के सभी राज्यों को युवा वर्ग के लिए भी पर्याप्त मात्रा में और नि:शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराए। इसी अनुरूप भविष्य में आने वाली बच्चों की वैक्सीन भी राज्यों को नि:शुल्क उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
वैक्सीन डोज की वेस्टेज 2.08 प्रतिशत
बैठक में मंत्रिपरिषद ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन डोज की वेस्टेज का प्रतिशत 2.08 है, जो कि वैक्सीन वेस्टेज की राष्ट्रीय औसत 6 प्रतिशत और भारत सरकार की ओर से वैक्सीन खराबी की अनुमत सीमा 10 प्रतिशत से काफी कम है। वैक्सीनेशन के साथ-साथ कोरोना के खिलाफ जंग के सभी मानकों में राजस्थान देश के अग्रणी राज्यों में है।
संक्रमित रोगियों की संख्या घटकर 37 हजार तक पहुंची
बैठक में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति, वैक्सीनेशन, ब्लैक फंगस को रोकने के उपायों एवं तीसरी लहर की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। बीते करीब 20 दिनों में एक्टिव रोगियों की संख्या में तेजी से कमी लाने में मदद मिली है। संक्रमण की दूसरी लहर के पीक पर राज्य में एक्टिव रोगियों की संख्या दो लाख से अधिक हो गई थी, जो अब घटकर 37 हजार के स्तर पर आ गई है। रिकवरी रेट भी 95 प्रतिशत से अधिक हो गई है। आॅक्सीजन की खपत 400 एमटी प्रतिदिन से घटकर 222 एमटी प्रतिदिन के करीब हो गई है। म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के उपचार के लिए 37 निजी एवं राजकीय अस्पतालों को अधिकृत किया है।
तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज
बैठक में बताया कि तीसरी लहर की तैयारियों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जा रहा है, जिसके तहत पाइपलाइन से ऑक्सीजन की आपूर्ति तथा ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। साथ ही बच्चों के लिए आवश्यक दवा का प्रबंधन किया जा रहा है।
बच्चों में कोरोना की आशंका, लिहाजा परीक्षाएं रद्द
बैठक में इस बात पर विचार किया गया कि इस महामारी से विद्यार्थी वर्ग भी अत्यधिक प्रभावित हुआ है। विशेषज्ञ संक्रमण की तीसरी लहर से बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। ऐसे में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर की दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने का निर्णय किया गया।
निराश्रितों को सहायता की दूसरी किश्त इसी महीने
पहली लहर के समय जिन 33 लाख असहाय, निराश्रित एवं श्रमिक परिवारों को तीन हजार 500 रुपए प्रति परिवार की सहायता दी थी, उन्हें संबल देने के लिए इस वर्ष की एक हजार रुपए की दूसरी किश्त जून माह में जारी कर दी जाएगी। इन परिवारों को एक हजार रुपए इस वर्ष की पहली किश्त अप्रैल माह में दी जा चुकी है।
Comment List