
मुख्यमंत्री से मिलने की मांग पर टंकी पर चढ़ा साधु
साधु राष्ट्रीय गौ-रक्षक संत दयाल पुरी महाराज बाड़मेर का रहने वाला है। उन्होंने अपने मांगपत्र में लिखा कि बाड़मेर के मगरा में जन सहयोग से बनाया गया वृद्धा आश्रम लंबे समय से चल रहा था, लेकिन कुछ भू-माफियाओं से मिलीभगत कर प्रशासन ने उसे जमींदोज कर दिया।
ब्यूरो/नवज्योति, जयपुर। बाड़मेर के मगरा में संचालित वृद्धा आश्रम को जमींदोज करने के मामले में मुख्यमंत्री से मिलने जयपुर आया एक साधु मंगलवार दोपहर को ढहर का बालाजी के पास स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गया। सूचना पर पहुंची सिविल डिफेंस टीम और पुलिस ने टंकी पर चढे साधु से बात की। साधु ने पुलिस को बताया कि वृद्धा आश्रम के मामले में उसे मुख्यमंत्री से मिलना है। वह काफी समय से प्रयास कर रहा है पर मुलाकात नहीं हो पा रही। ऐसे में वह मुरलीपुरा आकर पानी की टंकी पर चढ़ गया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने सीएमओ को सूचना दी तो उन्होंने सीएम के आने पर मिलाने का आश्वासन दिया। उसके बाद साधु नीचे उतरा।
यह है मामला
साधु राष्ट्रीय गौ-रक्षक संत दयाल पुरी महाराज बाड़मेर का रहने वाला है। उन्होंने अपने मांगपत्र में लिखा कि बाड़मेर के मगरा में जन सहयोग से बनाया गया वृद्धा आश्रम लंबे समय से चल रहा था, लेकिन कुछ भू-माफियाओं से मिलीभगत कर प्रशासन ने उसे जमींदोज कर दिया। इस मामले की जांच किसी ईमानदार अधिकारी से कराई जाए और वृद्धा आश्रम के लिए बालोतरा में पांच बीघा जमीन और भवन निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपए की मांग रखी। इसके अलावा बाड़मेर-जैसलमेर हाईवे पर सरकारी जमीन पर कुछ भू-माफियाओं द्वारा किया गया अतिक्रमण हटवाकर तारबंदी करवाई जाए। इस मामले में पहले भी एक साधु आत्महत्या कर चुका है।
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