अल्पना कटेजा ने संभाला विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार
कोचिंग इंस्टीट्यूट नहीं जाना होगा
एग्जाम अगर समय पर नहीं होंगे तो उससे बहुत नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट नहीं जाना होगा।
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद प्रथम स्थायी महिला कुलपति के रूप में नियुक्त प्रो. अल्पना कटेजा ने कुलपति पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। कटेजा के कार्यभार संभालने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने स्वागत किया गया। प्रो. कटेजा ने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में एक अनपैरेलल इंस्टीट्यूट के तौर पर पहचान रखता आ रहा है। पिछले कुछ समय से इसने अपनी गुणवत्ता को काफी तेजी से खोया है। मेरी सबसे पहली प्राथमिकता यहां के अकेडमिक एनवायरमेंट को इंप्रूव करने की है। उसके लिए जो भी कदम उठाने होंगे, वो काम पहले होंगे। मुझे लगता है कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को हमें सक्सेसफुली इंप्लीमेंट करना चाहिए। इसमें अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम में भी सेमेस्टर स्कीम लागू किए गए हैं, उनको रेगुलराइज करना होगा। बहुत सारी चीज डिलेड हैं। एग्जाम अगर समय पर नहीं होंगे, तो उससे बहुत नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट नहीं जाना होगा।
इन पदों पर किया काम
प्रो. कटेजा राजस्थान विश्वविद्यालय सिंडिकेट सदस्य रहने के साथ ही महारानी व राजस्थान कॉलेज की प्रिंसिपल भी प्रो. कटेजा रह चुकी हैं। विश्वविद्यालय इकोनोमिक्स डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष, एच.आर.डी.सी के डायरेक्टर पद पर कार्य करने व विश्वविद्यालय की महत्वपूर्ण समितियों का भी शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुभव प्रो. कटेजा को है।
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