कोटा में पांच साल में बदले पांच कलक्टर

सबसे अधिक उज्जवल व सबसे कम समय रहे हरिमोहन

कोटा में पांच साल में बदले पांच कलक्टर

कोटा के तत्कालीन जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ पिछले पांच साल के कलक्टर के कार्यकाल में सबसे अधिक समय रहे।

कोटा। विधानसभा चुनाव से पहले तो अधिकारियों के ट्रांसफर होने का सिलसिला बना हुआ ही है। वहीं इससे पहले भी कोटा में सबसे अधिक ट्रांसफर जिला कलक्टरों के हुए हैं। यहां पिछले पाच साल में पांच कलक्टर बदले जा चुके हैं। जिनमें कोई छह माह तो कोई सवा साल से अधिक समय तक नहीं रह पाए। वर्तमान जिला कलक्टर ओ.पी. बुनकर का मंगलवार देर रात को कोटा से जयपुर ट्रांसफर कर दिया गया। बुनकर ने कोटा में 6 जुलाई 2022 को पदभार ग्रहण किया था। उन्हें कोटा में आए मात्र सवा साल यानि 15 महीने  ही समय हुआ था। वे जिले को समझ पाते और योजनाओं को सही ढंग से लागू करने का प्रयास कर पाते उससे पहले ही उनका ट्रांसफर हो गया। हालांकि बुनकर ने अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान भी कोटा में कोचिंग विद्यार्थियों के सुसाइड को देखते हुए गाइड लाइन जारी करवाने व बच्चों में तनाव कम करने के प्रयास किए। बच्चों के नाम भावुक पत्र तक लिखा था। जिस दिन उनका ट्रांसफर हुआ उसी दिन उन्होंने कोचिंग में बच्चों के फिर से टेस्ट चालू करने का आदेश सशर्त जारी किया था। 

कसेरा का दस माह रहा कार्यकाल
राठौड़ से पहले कोटा में जिला कलक्टर रहे ओम प्रकाश कसेरा। कसेरा ने सितम्बर 2019 में पदभार ग्रहण किया था। उन्होंने आते ही कोटा में अपनी अलग पहचान बनाई थी। आमजन से घुल मिल गए थे। कोचिंग विद्यार्थियों में तनाव कम करने के लिए कोका के नाम से कोटा कॉर्निवल कराया था। जिसमें दो दिन तक बड़े-बड़े कलाकार बुलाकर कार्यक्रम करवाए थे। लेकिन वे मात्र 10 माह ही कोटा में रहे। उनका कार्यकाल सितम्बर 2019 से जुलाई 2020 तक ही रहा। 

सबसे कम समय रहे मीणा
जिला कलक्टर ओ.पी. बुनकर कोटा में तत्कालीन जिला कलक्टर हरि मोहन मीणा का ट्रांसफर होने के बाद आए थे। मीणा ने कोटा में 19 जनवरी 2022 को पदभार ग्रहण किया था। वे यहां सबसे कम मात्र 6 महीने ही रहे। जनवरी 2022 से जुलाई 2022 तक। उन्हें तो जिले को पूरी तरह से समझने का मौका तक नहीं मिला था। हालांकि नगर विकास न्यास की एक फाइल के मामले में उनका कोटा से ट्रांसफर किया गया था। 

सबसे अधिक समय रहे राठौड़
कोटा के तत्कालीन जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ पिछले पांच साल के कलक्टर के कार्यकाल में सबसे अधिक समय रहे। राठौड़ ने जुलाई 2020 में पदभार ग्रहण किया था। वे जुलाई 2020 से जनवरी 2022 तक यानि करीब डेढ़ साल कोटा में रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान काफी काम किए। 

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अग्रवाल रहे मात्र 9 माह
कसेरा से पहले कोटा में जिला कलक्टर के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था मुक्तानंद अग्रवाल ने। उन्होंने 19 दिसम्बर 2019 को पदभार ग्रहण किया था। उनके पदभार ग्रहण करने के दौरान कोटा में बाढ के हालात बने थे। उस समय उन्होंने बेहतर प्रबंधन किया था। जिसके चलते इतनी अधिक बाढ़ आने पर भी किसी तरह के जान माल का अधिक नुकसान नहीं हो सका था। लेकिन वे मात्र 9 माह ही कोटा में रहे। उनका सितम्बर 2019 में ट्रांसफर हो गया था। इस तरह दिसम्बर 2018 से अक्टूबर 2023 तक के पांच साल में 5 जिला कलक्टर कोटा में आए और चले गए। वर्तमान में जिला कलक्टर महावीर प्रसाद मीणा को लगाया गया है। वे गुरुवार को सुबह 9.30 बजे पदभार ग्रहण करेंगे। 

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