Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: शूटरों ने सुखदेव की हत्या करने से पहले मॉल में देखी थी मूवी
वारदात करने के बाद आरोपियों ने बदल लिया था हुलिया
आरोपियों ने एयरपोर्ट इलाके से हथियार लिए और महेश नगर में बनाया ठिकाना
जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में फरार शूटर रोहित और नितिन ने हत्या से दो दिन पहले एक मॉल में मूवी देखी थी। इसके बाद आॅनलाइन बुककर महेश नगर में एक होटल में रुके। इस दौरान नितिन की पत्नी भी उससे मिलने आई थी। उसने पत्नी से कहा कि मैं एक बड़ा काम कर रहा हूं, जिसमें 4-5 करोड़ रुपए मिलेंगे। इसके बाद नितिन फौजी एयरपोर्ट इलाके में सुखदेव की हत्या करने के लिए हथियार लेने चला गया। इस दौरान रोहित कहीं दूसरी जगह पर था। हथियार मिलने के बाद नवीन के साथ जाकर सुखदेव की हत्या की और वापस हथियार लौटाने चले गए। इसके बाद बगरू पहुंच गए। वहीं करीब 150 पुलिसकर्मी आरोपियों की तलाश में जुटे हैं, लेकिन रोहित और नितिन का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।
वर्चस्व की लड़ाई में दी मौत
सूत्रों की माने तो सामने आया कि लॉरेंस गैंग चूरू, बीकानेर, हनुमानगढ़ के व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांगी जा रही थी, लेकिन सुखदेव ने उन व्यापारियों को फिरौती देने से इनकार कर दिया। ऐसे में कई बार रोहित गैंग और सुखदेव के बीच विवाद भी हुआ था। जिन लोगों से लॉरेंस गैंग रुपए मांगता उनको सुखदेव सिंह सुरक्षा देने की बात कह देता था। इन सभी विवादों के बीच रोहित ने सम्पत नेहरा से सुखदेव की हत्या करने की बात कही। वहीं अन्य विवादों के खुलासे रोहित और नितिन के पकड़े जाने के बाद किए जाएंगे।
जेल में दोस्ती, अंजाम हत्या
सूत्रों के अनुसार रोहित रेप के मुकदमे में जयपुर जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात हत्या की सजा काट रहे वीरेन्द्र नाम के बदमाश से हुई। दोनों में दोस्ती हो गई। रोहित को वीरेन्द्र ने रोहित गोदारा गैंग में शामिल किया। सितंबर 2022 में वीरेंद्र जमानत पर बाहर आया। वीरेन्द्र ने जेल से बाहर आते ही राजू ठेहट की प्लानिंग शुरू कर दी। उसने बदमाशों को इकट्ठा किया। वहीं रोहित अक्टूबर में जेल से बाहर आया। जेल से बाहर आने के बाद ही उसे गोगामेड़ी को मारने का प्लान बनाया। बताया गया कि वीरेंद्र ने गोगामेड़ी की हत्या में भी प्लानिंग की थी।
रेवाड़ी की मिली अंतिम लोकेशन
आरोपित शूटर सुजानगढ़ पहुंचकर दिल्ली जाने वाली बस में निकल गए। दोनों शूटरों की अंतिम लोकेशन हरियाणा के रेवाड़ी में मिली है। इसके बाद आगे की जानकारी नहीं मिल सकी है। टीमें अब रेवाड़ी और गाजियाबाद में शूटर रोहित व नितिन की तलाश कर रही हैं।
अजीत की हालत बिगड़ी, दो घायल अब बेहतर
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के दौरान फायरिंग में घायल अजीत की शुक्रवार दोपहर अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। अजीत का ऑक्सीजन लेवल अचानक डाउन हो गया और उसे बड़ी मुश्किल से चिकित्सकों ने संभाला। हालांकि अब अजीत खतरे से बाहर है। ट्रोमा सेंटर के नोडल ऑफिसर डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि घायल अजीत की गर्दन की हड्डी में चोट है और उसके दोनों पैर लकवाग्रस्त हो चुके हैं, वहीं एक हाथ में भी कमजोरी है। चिकित्सक उसकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं घायल गार्ड नरेन्द्र और स्कूटी सवार हेमराज की हालत खतरे से बाहर है।
वर्चस्व की लड़ाई में दी मौत
सूत्रों की माने तो सामने आया कि लॉरेंस गैंग चूरू, बीकानेर, हनुमानगढ़ के व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांगी जा रही थी, लेकिन सुखदेव ने उन व्यापारियों को फिरौती देने से इनकार कर दिया। ऐसे में कई बार रोहित गैंग और सुखदेव के बीच विवाद भी हुआ था। जिन लोगों से लॉरेंस गैंग रुपए मांगता उनको सुखदेव सिंह सुरक्षा देने की बात कह देता था। इन सभी विवादों के बीच रोहित ने सम्पत नेहरा से सुखदेव की हत्या करने की बात कही। वहीं अन्य विवादों के खुलासे रोहित और नितिन के पकड़े जाने के बाद किए जाएंगे।
जेल में दोस्ती, अंजाम हत्या
सूत्रों के अनुसार रोहित रेप के मुकदमे में जयपुर जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात हत्या की सजा काट रहे वीरेन्द्र नाम के बदमाश से हुई। दोनों में दोस्ती हो गई। रोहित को वीरेन्द्र ने रोहित गोदारा गैंग में शामिल किया। सितंबर 2022 में वीरेंद्र जमानत पर बाहर आया। वीरेन्द्र ने जेल से बाहर आते ही राजू ठेहट की प्लानिंग शुरू कर दी। उसने बदमाशों को इकट्ठा किया। वहीं रोहित अक्टूबर में जेल से बाहर आया। जेल से बाहर आने के बाद ही उसे गोगामेड़ी को मारने का प्लान बनाया। बताया गया कि वीरेंद्र ने गोगामेड़ी की हत्या में भी प्लानिंग की थी।
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