कार्डियक सर्जरी में घट रहा युवा डॉक्टर्स का रूझान, 6 करोड़ मरीजों पर सिर्फ पांच हजार सर्जन
इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन की नेशनल कॉन्फ्रेंस सम्पन्न
कार्डियक सर्जरी की 180 सीटों में से 139 खाली
जयपुर। देश के इस समय छह करोड़ से अधिक हार्ट पेशेंट्स हैं, जबकि कार्डियक सर्जन सिर्फ पांच हजार हैं। कार्डियक सर्जरी को लेकर युवा डॉक्टर्स का रूझान दिन-ब-दिन कम हो रहा है। आश्रम मार्ग पर स्थित एक होटल में चल रही चार दिवसीय इंडियन एसोसिएशन ऑफ कार्डियो वैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन की नेशनल कॉन्फ्रेंस रविवार को सम्पन्न हुई। कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ सीटीवीएस सर्जन्स ने देश में कार्डियक सर्जरी की स्थिति को लेकर चिंता जताई। आयोजक सचिव डॉ. राजकुमार यादव ने बताया कि चार दिनों में देशभर से 1400 से अधिक एक्सपर्ट्स ने ऑनलाइन और ऑफलाइन भाग लिया। 600 से अधिक रिसर्च पेपर और पोस्टर पढ़े गए। संयुक्त आयोजक सचिव डॉ. सुनील कौशल ने बताया कि क्विज सेशन भी हुआ और विजेताओं को पुरस्कृत किया।
कार्डियक सर्जरी की 180 सीटों में से 139 खाली
आईएसीटीएस के नेशनल सैक्रेटरी डॉ. सीएस हिरेमथ ने बताया कि देशभर में कार्डियक सर्जरी की स्टडी के लिए 180 सीटें हैं। इनमें से 139 सीटों पर एडमिशन के लिए अप्लाई नहीं हुआ, जोकि बेहद चिंताजनक बात है। इंडियन एसोसिएशन आॅफ कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जन एक नया प्रोग्राम मेंटरशिप योर डोर स्टेप शुरू करने जा रहा है। इसमें एक्सपर्ट्स नए कार्डियक सर्जन्स को उन्हीं के शहर में जाकर ट्रेनिंग देंगे।
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