शहर की यातायात व्यवस्था के लिए जेडीए का प्लान : वर्ष 2055 का कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान का ड्राफ्ट तैयार, वर्तमान हालातों को देखते हुए भविष्य की ओर बढ़ाया कदम
सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाने पर जोर
राजधानी जयपुर के बिगड़े यातायात हालातों से परेशान आमजन को भविष्य में राहत प्रदान करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ट्रैफिक व्यवस्था का रोडमैप तैयार करने में जुट गया है। इसके लिए जेडीए ने राइट्स लिमिटेड से कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान का ड्राफ्ट तैयार कराया है। जेडीए के मंथन सभागार में जेडीए आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान ड्राफ्ट पर चर्चा की गई।
जयपुर। राजधानी जयपुर के बिगड़े यातायात हालातों से परेशान आमजन को भविष्य में राहत प्रदान करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ट्रैफिक व्यवस्था का रोडमैप तैयार करने में जुट गया है। इसके लिए जेडीए ने राइट्स लिमिटेड (आरआईटीईएस) से कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) का ड्राफ्ट तैयार कराया है। जेडीए के मंथन सभागार में जेडीए आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कंप्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) ड्राफ्ट पर चर्चा की गई। इस प्लान का मुख्य उद्देश्य जयपुर के लिए एक दीर्घकालिक विजन तैयार करना है। जेडीए आयुक्त ने बताया कि मौजूदा ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड को अपग्रेड कर यूनिफाइड मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के रूप में गठित करने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी इस प्लान में लिया गया है।
सार्वजनिक परिवहन को बढ़ाने पर जोर
वर्तमान में जयपुर में पंजीकृत वाहनों की संख्या लगभग करीब 36 लाख हो चुकी है और सार्वजनिक परिवहन की हिस्सेदारी बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह ड्राफ्ट प्लान तैयार किया गया है। ड्राफ्ट प्लान में जयपुर मेट्रो के विस्तार पर विशेष जोर दिया गया है। इसमें फेज 2 प्रहलादपुरा से टोडी मोड़ के साथ-साथ भविष्य के लिए फेज 3 और फेज 4 का प्रस्ताव शामिल है। वर्ष 2055 तक कुल 129.55 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह भी होंगे प्लान
शहर में कनेक्टिविटी बेहतर करने के लिए 245 किलोमीटर का नया बस रूट नेटवर्क प्रस्तावित किया गया है। बसों की संख्या बढ़ाकर 4050 करने और मेट्रो व मुख्य मागार्े के लिए 214 किलोमीटर का फीडर रूट नेटवर्क तैयार करने का सुझाव दिया गया है। शहर के प्रमुख ट्रैफिक जंक्शनों पर जाम से मुक्ति दिलाने के लिए 25 स्थानों पर ग्रेड सेपरेटर फ्लाईओवर, अंडरपास प्रस्तावित किए गए हैं। इनमें प्रमुख रूप से ओटीएस सर्किल से जवाहर सर्किल तक एलिवेटेड रोड, टोडी मोड़ और विजय द्वार शामिल हैं। इसके साथ ही रेलवे क्रॉसिंग पर 10 नए आरओबी, आरयूबी बनाने का प्रस्ताव है।
भारी वाहनों और फ्रेट ट्रैफिक को शहर के मुख्य मागार्ें से अलग करने के लिए उत्तरी रिंग रोड और नए फ्रेट टर्मिनल्स के विकास को प्राथमिकता दी गई है। योजना में नॉन मोटराइज्ड ट्रांसपोर्ट (एनएमटी) को बढ़ावा देने के लिए फुटपाथ नेटवर्क, साइकिल ट्रैक और मेट्रो स्टेशनों पर पब्लिक ई बाइक शेयरिंग सिस्टम शुरू करने का प्रस्ताव है।
परकोटे और प्रमुख बाजारों में नो पार्किग जोन और ऑन स्ट्रीट पेड पार्किंग की व्यवस्था के साथ-साथ रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर मल्टी लेवल कार पार्किंग का सुझाव दिया
गया है।

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