मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन की महिला उद्यमियों की बैठक सम्पन्न
परेशानियों के सामाधान पर हुई चर्चा
महिला उद्यमी विकसित राजस्थान और विकसित भारत का सपना पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं।
जयपुर। मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन के संस्थापक महासचिव सीए विजय गर्ग ने बताया कि महिला उद्यमी विकसित राजस्थान और विकसित भारत का सपना पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। लाल कोठी स्थित शकुंतलम सेमिनार हॉल में महिला उद्यमियों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन, जो कि राजस्थान की सबसे बड़ी सोशल और बिजनेस नेटवर्किंग संस्था है, के 4000 से अधिक सदस्य और 40 देशों के 300 से अधिक लोकेशन से जुड़े सदस्य शामिल हुए। इस संस्था के प्लेटफार्म के माध्यम से महिला उद्यमी अपने व्यापार को बढ़ा सकती हैं।
विभिन्न आंकड़ों के अनुसार, भारत में महिला उद्यमशीलता सबसे अधिक गुजरात, उत्तर प्रदेश और केरल में है, जहां 38% से अधिक महिला उद्यमी हैं। वहीं, राजस्थान में महिला उद्यमियों का प्रतिशत लगभग 26% है। अगर राजस्थान सरकार महिला उद्यमियों का प्रतिशत बढ़ाती है और उन्हें अधिक अवसर प्रदान करती है, तो प्रदेश की जीडीपी में 20% से अधिक का योगदान हो सकता है। इससे विकसित राजस्थान का सपना पूरा होगा और अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
वर्ष 2000 से पहले केवल 7% महिलाएं एमएसएमई उद्योग को लीड करती थीं, जो कि आज बढ़कर 20% से अधिक हो गया है। हाल ही में प्रकाशित विभिन्न सरकारी रिपोर्टों के अनुसार भारत में एमएसएमई उद्योग के क्षेत्र में लगभग 20% से अधिक महिलाएं बिजनेस को लीड कर रही हैं और इन महिला उद्यमियों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा रोजगार कुल रोजगार का लगभग 23% है। आंकड़ों के अनुसार, लगभग डेढ़ करोड़ महिला उद्यमी पूरे देश में लीड कर रही हैं या उन उद्योगों की मालिक हैं।
कार्यक्रम के दौरान महिला उद्यमियों को मुख्यतः वित्तीय उपलब्धता की समस्या, सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी का अभाव और अन्य एमएसएमई उद्योगों के साथ प्रतिस्पर्धा जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सरकार को ऐसी योजनाएं बनानी चाहिए जिससे महिला उद्यमियों को इन समस्याओं से जूझना न पड़े और वे अधिक सफल हो सकें। महिला उद्यमी बेकार और अनुप्रयुक्त सामानों को भी मूल्यवान और उत्पादक बना सकती हैं।
कार्यक्रम संयोजक हेमा गुप्ता ने बताया कि महिलाएं घरों से अपना काम करते हुए घरेलू उत्पाद बना सकती हैं और उन्हें विक्रय के लिए संस्था के विभिन्न माध्यमों का उपयोग कर सकती हैं। संस्था, इन महिला उद्यमियों के लिए निशुल्क या बहुत कम लागत पर ई-वाणिज्य के माध्यम से उनके उत्पादों को डिजिटल पर लाने का प्रयास करेगी।
कार्यक्रम के दौरान हेम गुप्ता, ज्योति गुप्ता, संगीता अग्रवाल, मीना देवी, सोनिया कुमारी, दीप जैन, बरखा गुप्ता, विनीता अग्रवाल, रेनू सिंह, नीरू अग्रवाल, संजना देवी, श्रुति गुप्ता, पूनम देवी, विमल अग्रवाल और मीनाक्षी ने भी महिला उद्यमियों को आने वाली परेशानियों और उन्हें दूर करने के सुझाव प्रस्तुत किए। इन सब समस्याओं को शीघ्र मारवाड़ी इंटरनेशनल फेडरेशन के द्वारा केंद्र और राज्य सरकार को भेजा जाएगा जिससे महिला उद्यमियों को अपने व्यवसाय में कम से कम परेशानियों का सामना करना पड़े।
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