डिग्गी कल्याणजी की 59वीं लक्खी पदयात्रा रवाना
मुख्य निशान केसरिया ध्वज पूजन के बाद रवाना किया
तेज बारिश में सबसे आगे निशान चल रहा था पीछे हाथी घोड़े ऊंट बैंड बाजा के साथ शाही लवाजमा कल्याण धणी के जयकारे लगाता चल रहा था।
जयपुर। मालपुरा टोंक स्थित डिग्गी कल्याणजी की 59वीं लक्खी पदयात्रा को तारकेश्वर मंदिर चौड़ा रास्ता से मुख्य निशान केसरिया ध्वज पूजन के बाद रवाना किया। यात्रा संचालक श्रीजी शर्मा और संत महंत भी चल रहे थे। तेज बारिश में सबसे आगे निशान चल रहा था, पीछे हाथी घोड़े ऊंट बैंड बाजा के साथ शाही लवाजमा कल्याण धणी के जयकारे लगाता चल रहा था। पदयात्रा में लाखों श्रद्धालु पैदल, कणक दंडवत लगाते हुए और चौपहिया वाहनों में हाथों में भगवा धवज लिए चल रहे थे। शिव पार्वती राधा कृष्ण हनुमान जी सहित अनेक झांकियां भी साथ चल रही थी। पदयात्रा का मार्ग में विधायक बाल मुकुंद आचार्य ने भी स्वागत किया। ताड़केश्वर मंदिर से रवाना होकर पदयात्रा मोती डूंगरी गणेश के दर्शन कर आगे के सफर पर निकल गई । जयपुर के आसपास से करीब अनेकों छोटी-बड़ी अनेकों पदयात्राएं भी सम्मिलित हुई।
आराध्य देव गोविंद देव और ताड़केश्वर महादेव के दर्शन कर श्रद्धालु पदयात्रा में शामिल हुए। चौड़ा रास्ता, जेएलन मार्ग, टोंक रोड सहित अनेक जगहों पर श्रद्धालुओं के लिए स्टाॅल्स और भंडारा लगाए गए। पदयात्रा संचालक श्रीजी शर्मा ने बताया कि यात्रा 5 दिन का सफर करने के बाद डिग्गी कल्याण 15 अगस्त को पहुंचेगी। जहां भगवान विष्णु स्वरूप कल्याण धनी को ध्वज अर्पित कर गंगाजल से अभिषेक किया जाएगा। पदयात्री रोज 18 से 20 किलोमीटर का सफर तय करेंगे।
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