राजस्थान ओलंपिक संघ पर राष्ट्रीय खेलों की मलखंब टीम चयन में धांधली का आरोप, कोच ने दी आत्मदाह की धमकी
विधानसभा के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी
राष्ट्रीय मलखंब कोच और रेफरी कोटा के गोपाल मेहर सिसोदिया ने राजस्थान ओलंपिक संघ पर टीम चयन में धांधली के गंभीर आरोप लगाए हैं।
जयपुर। राष्ट्रीय मलखंब कोच और रेफरी कोटा के गोपाल मेहर सिसोदिया ने राजस्थान ओलंपिक संघ पर टीम चयन में धांधली के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने 15 जनवरी को विधानसभा के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि मलखंब टीम में चहेतों और रिश्तेदारों को प्राथमिकता दी गई, जबकि प्रदेश के शीर्ष खिलाड़ियों की अनदेखी की गई। गोपाल ने खेल मंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि यदि उनकी बात नहीं सुनी गई, तो वे बुधवार दोपहर विधानसभा के समक्ष आत्मदाह करेंगे। उन्होंने नवज्योति से बातचीत में कहा कि वे अपने खिलाड़ियों के साथ जयपुर पहुंच रहे हैं। जब उनसे आत्मदाह जैसे कदम की गंभीरता पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, "ओलंपिक संघ में लगातार धांधली हो रही है। किसी को तो कुबार्नी देनी होगी।"
राष्ट्रीय खिलाड़ियों की अनदेखी का आरोप :
गोपाल ने बताया कि 11 जनवरी को सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर में आयोजित ट्रायल में कोटा जिले की 8 लड़कियों और 4 लड़कों ने हिस्सा लिया। इनमें इशिका नागर, खुशबू नागर और जाहन्वी कौर जैसी राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी शामिल थीं, जिन्होंने गुजरात और गोवा राष्ट्रीय खेलों, खेलो इंडिया नेशनल गेम्स और मध्य प्रदेश की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद उनका चयन नहीं किया गया। गोपाल ने दावा किया कि जब उन्होंने संघ के पदाधिकारियों से इस पर आपत्ति जताई, तो उन्हें जवाब मिला कि "सबको मैनेज करके चलना पड़ता है।"
टीम चयन में अनियमितताएं :
ट्रायल का आयोजन : ट्रायल 11 जनवरी को हुआ और 12 जनवरी राष्ट्रीय खेलों में नामांकन की अंतिम तिथि थी।
चयन प्रक्रिया पर विवाद : 6 लड़कों और 6 लड़कियों का चयन किया गया। बाद में बताया गया कि 12 लड़कों और 12 लड़कियों को कैंप के लिए चुना गया है, और फाइनल टीम बाद में तय होगी।
चयनकर्ताओं की योग्यता पर सवाल: गोपाल ने आरोप लगाया कि चयनकतार्ओं में एक महिला पीटीआई और भरतपुर के कोच को शामिल किया गया, जो मलखंब में प्रशिक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि महिला चयनकर्ता तो परफॉर्मेंस देखने के बजाय अपने बच्चे की देखभाल में व्यस्त थीं।
कोटा में 15 वर्षों से निशुल्क प्रशिक्षण :
गोपाल ने बताया कि वे कोटा के श्री हरदोल व्यायामशाला में पिछले 15 वर्षों से निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और खेलो इंडिया प्रतियोगिताओं में रेफरी के तौर पर सेवाएं दी हैं।
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